राजेश कुमार (संवाददाता)
बभनी । विकास खण्ड के असनहर हरिशंकर मन्दिर के प्रांगण में होने वाले रूद्र महायज्ञ एंव राम कथा की तैयारी को लेकर सोमवार को समिति के पदाधिकारियों ने बैठक कर तैयारियों पर चर्चा की।इस कार्यक्रम में सामुहिक उपनयन संस्कार एंव विवाह कार्यक्रम का भी आयोजन है।
असनहर हरिशंकर मन्दिर के प्रांगण सोमवार को समिति के पदाधिकारियों ने बैठक की ।बैठक में रूद्र महायज्ञ एंव राम कथा की तैयारियों का जायजा समिति के लोगों ने लिया। प्रत्येक पांच वर्ष पर हरिशंकर सेवा समिति के तत्वावधान में यज्ञ का आयोजन किया जाता है इस यज्ञ में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश तीनों प्रांतों से आस्था से जुड़े लोग पहुंचते हैं। रिहन्द डूब के बाद 1960 में विस्थापित लोगों की दर्द भी इस मन्दिर में छिपा है।रिहन्द विस्थापितों ने इस मन्दिर का निर्माण अपने गुरु महाराज के नेतृत्व में किया था।विस्थापन का दंश के बाद जंगलों में पहुंचे लोगों ने बड़ी मसस्कत के बाद मन्दिर का निर्माण कर पूजन अर्चन शुरू किया।इस यज्ञ में तीन प्रदेश के लोगों का संगम होता है। मन्दिर समिति के अध्यक्ष अरविंद दूबे ने बताया कि मन्दिर में प्रत्येक पांच वर्षों में कथा एंव यज्ञ का आयोजन होता है।कोरोना काल के कारण बीच में यज्ञ नहीं हो सका। 27 जनवरी से 5 फरवरी तक होने वाले नौ दिवसीय रामकथा एवं रूद्र महायज्ञ में 21 बटुकों का उपनयन संस्कार एंव दो निर्धन कन्याओं का विवाह का आयोजन है।इस बैठक में सेवानिवृत्त शिक्षक राम अनुज पांडेय, चन्द्रशेखर पांडेय, उमेश चन्द्र पाण्डेय,भोला कश्यप, परमेन्द्र कश्यप, सतीश पांडेय, रमेश, मुकुटधारी, रामप्रकाश पांडेय, अमरदेव, सूर्यकांत, संरक्षक एससी द्विवेदी, सत्यनारायण द्विवेदी आदि लोग उपस्थित रहे।