आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
मो0नं0 – 7007444590
सोनभद्र । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय अंतरिम बजट में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का विशेष ख्याल रखा है। उन्हें आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने का ऐलान किया है। इससे जिले के 4142 आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को लाभ मिलेगा।
जिले में कुल 1720 आशा, 2079 आंगनबाड़ी व 1343 सहायिका मौजूद हैं। जिन्हें आयुष्मान के तहत पांच लाख की दवाएं मुफ्त में दी जाएगी। इस फैसले से आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। उनका कहना है कि सरकार की इस पहल से उनके परिवार को चिकित्सा सुविधा मिलेगी। किसी गंभीर बीमारी पर वह अच्छे अस्पतालों में इलाज करा सकेंगी।
बताते चलें कि वर्ष 2011 की जनगणना में पात्र मिले परिवारों के बाद अलग-अलग चरणों में लाभार्थियों को शामिल किया गया है। अब सरकार ने आशा बहुओं व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी योजना से जोड़ने का एलान किया है, जिससे इन वर्ग से जुड़ी महिलाओं में भी खुशी का माहौल है।
बोली वर्कर –
आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रांतीय महामंत्री साधना विश्वकर्मा ने कहा कि “वर्तमान में मिलने वाले मानदेय से आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों का घर का खर्च बड़ी मुश्किल से चलता है। ऐसे में आयुष्मान का लाभ मिलने से बीमारी के समय आर्थिक लाभ मिलेगा।”
वहीं आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष प्रतिमा सिंह ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि “आयुष्मान से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जोड़ने से विशेष लाभ मिलेगा। बीमार होने पर अच्छे अस्पताल में इलाज करवा सकेंगे।”
आशा संघ की जिलाध्यक्ष मंजूलता मौर्या ने बताया कि “आशाओं को आयुष्मान योजना में जोड़ने का कार्य स्वागत योग्य है। इससे बीमारी हालात के समय परिवार को अच्छा इलाज मिल पाएगा। आर्थिक तंगी भी नहीं होगी।”
आशा बहु माया देवी ने बताया कि “अभी तक आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का घर-घर जाकर कार्ड बनवाने की जिम्मेदारी थी। कभी सोचा भी नहीं था कि इस योजना का हमें भी लाभ मिलेगा। सरकार ने इसका ख्याल रखा, बड़ी खुशी है।”
आशा बहु तारा देवी ने बताया कि “घर में जब कोई बीमार होता है तो आर्थिक तंगी छा जाती है। ऐसे में आयुष्मान योजना का लाभ मिलने से बीमारी के समय परेशानी नहीं होगी। और इलाज भी बेहतर होगा।”