राकेश चौबे
मारकुंडी । चोपन थाना क्षेत्र के अन्तर्गत मारकुंडी मुख्य राज मार्ग स्थित अवई के प्रसव पिड़िता आरती देवी पत्नी मनीष कुमार 10 जनवरी को सुबह से ही प्रसव पिड़ा से पिड़ित दर्द से कराह रही थी उसी दौरान परिजनों ने अपने निजी साधन से जिला चिकित्सालय सुबह 8 बजे पहुंच कर महिला को पूरे 24 घंटे रखने के पश्चात 11जनवरी को ड्रामा सेंटर भेज दिया। लेकिन पिड़ित महिला को वहां से भी वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। गरीब परिवार के पास आर्थिक तंगी के कारण वाराणसी जाने में असमर्थ रहा। कुछ लोगों की मदद से प्रसव पिड़िता को जल्दबाजी में प्राईवेट क्लिनिक में भर्ती कराया जहां महिला को नार्मल डिलीवरी के साथ लेकिन बच्चा मरा पैदा होने ने परिजन काफी दु:खी हुए।
परिजनों ने जिला चिकित्सालय के व्यवस्था के साथ एएनएम के उपर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि समय रहते अगर इलाज हो जाता तो गरीब परिवार का बच्चा बच जाता थोड़ी सी लापरवाही रिस्वत न देने के कारण परिजनों को बच्चे से जान धोना पड़ा।
उक्त तथ्य को मद्देनजर रखते हुए परिजनों जिला के उच्चाधिकारियों से जांच कराने की मांग की है।