सोनभद्र

Sonbhadra News : अक्रोशित ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

जनपद न्यूज ब्यूरो
– जन विरोधी एसडीओ- जेई को बर्खास्त करने की उठाई मांग
– ऊंचडीह विद्युत सब स्टेशन से जुड़े 30 गांवों की एक सप्ताह से है विद्युत आपूर्ति बाधित

सोनभद्र। राबर्ट्सगंज विद्युत् वितरण खंड के ऊंचडीह सबस्टेशन से जुड़े लगभग 30 गाँवो में एक सप्ताह से विद्युत् आपूर्ति बाधित होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने देवरी खुर्द गाँव में प्रदर्शन कर सरकार की छवि धूमिल करने वाले बिजली विभाग के शाहगंज एसडीओ और ऊंचडीह के जेई को बर्खास्त करने की मांग उठाई है।
ग्रामीणों ने कहा कि अगर क्षेत्र में थोड़ी सी भी हवा चल जाती है तो दो-तीन दिनों तक बिजली कटी रहती है। ना तो एसडीओ फोन उठाते हैं ना तो जेई फोन उठाते हैं। इतनी विकट गर्मी और कड़ाके की धूप में जनता त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है और जेई और एसडीओ अपने ए सी रूम में आराम फरमाते रहते हैं और सारा फीडर लाइनमैन के भरोसे छोड़ देते हैं।

लोगो ने बताया कि एसडीओ और जेई कभी भी समस्याओं के समाधान के लिए फील्ड में नहीं जाते सिर्फ बकाया बिल वसूल करने के लिए मौके पर पहुंचते हैं और गरीब ग्रामीणों का शोषण करते हैं।अगर एसडीओ और जेई सक्रियता दिखाए होते और जर्जर तारों को सही करवाए होते तो आज किसानों की सैकड़ो बीघा की फसल जलकर नष्ट नहीं होती। उन्होंने मांग की है कि किसानों के नुकसान की भरपाई एसडीओ और जेई के वेतन से की जाए और उनकी वजह से शार्ट सर्किट होने के कारण जो आग लगी है उसकी जांच कर उनके ऊपर मुकदमा चलाया जाए। जिससे आगे आने वाले अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को समझें और जनता के हित में कार्य करें।
स्कूल के ऊपर से हाई टेंशन तार गुजरने से जिले में बहुत सी घटनाये हो रही हैं।लेकिन परिषदीय विद्यालय देवरी खुर्द के छत पर से हाईटेंशन तार गुजरा है जिससे सैकड़ों छात्रों का जीवन खतरे में है।सैकड़ो बार मौखिक़ और लिखित रूप से एसडीओ और जेई को अवगत कराया गया लेकिन उनके कान पर जूँ तक न रेंगी। उन्होंने कहा कि नहीं चाहिए ऐसे एसडीओ और जेई जो मानवता कि हत्या पर आमादा हों, तत्काल इनको बर्खास्त किया जाये। एक सप्ताह तक ज़ब तीस गाँवो के ग्रामीणों को बिजली नहीं मिली और ग्रामीण उपकेंद्र पर पहुंचे और विद्युत आपूर्ति बहाल करने कि मांग करने लगे और एसडीओ और जेई को मौके पर बुलाकर समस्या का समाधान करने कि बात करने लगे तब एसडीओ ने मौके पर जेई और लाइनमैन भेजनें के बजाय पुलिस को भेजकर ग्रामीणों कि आवाज को दबाकर लोकतंत्र कि हत्या करने का प्रयास किया।मौके पर पहुंची पुलिस ने भी ग्रामीणों कि समस्या को देखते हुए विभाग के लोगों को खरी खोटी सुनाई और बिजली जल्द से चालू करने कि बात कह कर मौके पर से चले गए। लोगो ने एसडीओ और जेई अगर अपने एसी कमरे से बाहर निकले होते तो एक-दो दिन में ही विद्युत् आपूर्ति बहाल हो गईं होती।लेकिन ये अपनी कमी को छुपाकर जनता कि आवाज को दबाने के और उनको धमकाने के लिए पुलिस भेज कर जनता का आक्रोश और बढ़ा रहे है और सरकार को बदनाम करने कि साजिश भी कर रहे हैं।एसडीओ के इस करनी से आक्रोषित क्षेत्रवासियों ने प्रदर्शन कर जिले के युवा जिलाधिकारी से तत्काल एसडीओ और जेई को बर्खास्त करने और इनकी लापरवाही से हुए शार्ट सर्किट से जो किसानो का नुकसान हुआ है उसकी भरपाई इनके वेतन से करने एंव संबधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करने कि मांग कि है। राजकुमार, मोनू, रमेश, कलवाती ने कहा कि अधिशाषी अभियंता का हर वर्ष अख़बार में बयान आता है कि जर्जर तार और पोल बदले जा रहे है लेकिन वो खुद अपने बयान पर अमल नहीं करते।उक्त अवसर पर अनिमेश, रमेश, विजय पासवान, संतोष यादव, लालजी, कमलेश, रामसूरत, राजेश, छविन्दर, बिट्टू तिवारी, कुदावन, जगवांती, गंगोत्री, राधिका, कमलावती, सुनीता, रीता, भानमती आदि लोग उपस्थित रहे।

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