आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । आज संयुक्त वाम दलों भाकपा, माकपा, माले ने संयुक्त रूप से कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, न्याय पालिका की स्वायत्ता खतरे में है प्रदेश में अपराध बढे हैं। पुलिस की अभिरक्षा में हत्याएं तक हो रही हैं पुलिस और अपराधी दोनों निरंकुश है। विगत 15 अप्रैल 2023 की रात प्रयागराज में पुलिस हिरासत में जिस तरह से दो लोगों की गोली मार कर हत्या की गयी उसने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है। वारदात के समय मौजूद भारी संख्या में पुलिस बल द्वारा हमलावरों के विरुद्ध कोई भी प्रतिक्रिया नहीं की गयी और हमलावर बेख़ौफ़ होकर हत्या करने में सफल हुए हत्यारों ने हत्या करने के बाद जो नारे लगाये और सरकार के जिम्मेदार मंत्रियों द्वारा इस अपराधिक घटना के बाद जो बयान दिए जा रहे हैं, उससे सांप्रदायिक नफरत पैदा करने की कोशिश स्पष्ट नजर आ रही है। इससे पहले बलिया में एक छात्र नेता को गुंडों ने दौड़ा-दौड़ा कर मार डाला किन्तु पुलिस द्वारा अपराधियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी। देश की चर्चित मीडिया “इन्डियन एक्सप्रेस” की रिपोर्टों के अनुसार प्रदेश की पुलिस द्वारा अब तक 183 एनकाउंटर किये जा चुके है योगी सरकार न्यायपालिका को दरकिनार कर खुद ही दंड दे रही है और अपने बयानों में मुख्यमंत्री इस बात को साबित भी करते हैं।
कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने कहा कि वहीं दूसरी तरफ कमजोर वर्गों, दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर हमले और उनका उत्पीडन लगातार बढ़ रहा है, जिसकी खबरें समाचार पत्रों में प्रकाशित होती रहती हैं। सूबे में पुलिस थाने भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं, वहां पीड़ितों की कोई सुनवाई नहीं होती है।
इस दौरान भाकपा के जिला सचिव कामरेड आर0के0 शर्मा, माकपा के जिला सचिव कामरेड नंदलाल आर्या, माले के जिला सचिव कामरेड सुरेश कोल, भाकपा के जिला कार्यकारिणी सदस्य कामरेड अमरनाथ सूर्य, कामरेड प्रेम चंद्र गुप्ता, कामरेड बाबू लाल भारती,कामरेड पुरुषोत्तम, कामरेड हनुमान प्रसाद व नौजवान सभा के नेता कामरेड दिनेश्वर वर्मा आदि प्रमुख कम्युनिस्ट नेतागण उपस्थित रहे।