धर्मेन्द्र गुप्ता(संवाददाता)

विंढमगंज। विकास खंड दुद्धी के अंतर्गत ग्राम पंचायत बुटबेढवा में रामलीला ग्राउंड से सटे दोनों तरफ ब्लाक प्रमुख कोटे से बन रहे पीसीसी के निर्माण में मानकों की अनदेखी पर स्थानीय ग्रामीण व दुकानदार भड़क उठे, जिसके कारण कुछ समय के लिए पीसीसी ढलाई का काम रुक गया, साथ ही साथ रामलीला ग्राउंड के उत्तर की ओर आर्यावर्त बैंक के तरफ जाने वाली पीसीसी का निर्माण कार्य इस बात पर रोक दिया गया कि पीसीसी की ढलिया हो जाने के कारण अगल बगल 10 इंच गड्ढा हो जा रहा है जिसके कारण बरसात के दिनों का पानी इन जगहों पर भर जाएगा। साथ ही साथ आने जाने वाले गाड़ियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
बूटबेढवा ग्राम पंचायत जो स्टेट की भू भाग पर बसी हुई है। इसी भू भाग पर वर्तमान समय में ब्लाक प्रमुख कोटे से रामलीला ग्राउंड के पश्चिम से लेकर संतोष रावत के दुकान तक व रामलीला ग्राउंड के पूर्व मुरारी जयसवाल की दुकान से विनोद अग्रवाल के दुकान तक की पीसीसी का निर्माण कार्य चल ही रहा था कि आज दोपहर लगभग 12:00 बजे ढलैया के दौरान दुकानदार व स्थानीय ग्रामीण यह आरोप लगाते हुए काम को रुकवा दिए कि मानक की अनदेखी करते हुए कार्य कराया जा रहा है। मौके पर मौजूद मुरारी जायसवाल ,राकेश कुमार केसरी व अजीत गुप्ता ने कहा कि ठेकेदार के द्वारा मानकों की अनदेखी की जा रही है ।साथ के साथ हम ग्रामीण व दुकानदारों के जिवकोपार्जन हेतु चला रहे दुकान के ठीक सामने जब पीसीसी का निर्माण 10 इंच ऊंचा हो जाएगा तो पीसीसी के दोनों तरफ खाली स्थान गड्ढे के रूप में बच जाएगा जिसके कारण बरसात के दिनों में पानी भर जाने से हम लोगों को आने जाने व यातायात की सुविधा में भी काफी परेशानी होगी। लिहाजा पानी की निकासी के साथ-साथ निर्माण का काम हो तभी ढलाई होने दिया जाएगा। जिसके कारण लगभग 10 मीटर की ढलाई को रोक दिया गया है। वही उदय जायसवाल, दीपक गुप्ता, पप्पू गुप्ता, गगन गुप्ता, अमजीत केसरी ने कहां कि ठेकेदार के द्वारा ब्लाक प्रमुख कोटे से कराए जा रहे कार्यों में घोर लापरवाही बरती जा रही है जो देखने योग्य है। जहां पीसीसी की ढलाई 4 इंच मोटी होनी चाहिए वही ठेकेदार के द्वारा 2 इंच 3 इंच से भी कम की ढलाई आनन-फानन में करके कोरम को पूरा किया जाना काफी गलत है। अगर इसी तरह से ठेकेदार काम करेंगे तो काम को नहीं होने दिया जाएगा। मौके पर मौजूद व्यापार मंडल अध्यक्ष अमल कुमार जायसवाल ने ग्रामीणों को समझा कर कुछ भाग में 4 इंच की ढलाई कराए जाने की बात पर निर्माण कार्य प्रारंभ हो सका।