
मालदीव में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही भारत विरोधी बयानबाजी शुरू हो चुकी है । यहां पर हाल ही में चुनाव हुए । मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइजू को बड़ी जीत हासिल हुई है। प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) के उम्मीदवार मुइज ने इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को हराया। मुइज को चीन का समर्थक माना जाता है ।इसके साथ ही उनका चीन के साथ मजबूत संबंधों पर जोर है । राष्ट्रपति चुनाव में जीत के दर्ज करने के बाद मुइज ने एक बयान में उनका समर्थन करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया । उन्होंने मालदीव से भारतीय सेना को हटाने की बात को दोहराया है ।
मुइजू ने इससे पहले भी कहा था कि वे अपने कार्यकाल के पहले ही दिन से मालदीव की धरती से विदेशी सैनिकों को हटाने की कोशिश करेंगे । आपको बता दें कि मालदीव में हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार मोहम्मद मुइजू ने 53 प्रतिशत से ज्यादा मत हासिल किए ।
मुइज्जू के मुताबिक सिर्फ विदेशी सैनिकों की मौजूदगी ही मुद्दा नहीं है। बल्कि देश की अर्थव्यवस्था भी विदेशी ताकतों की गुलाम थी। उन्होंने किसी देश का नाम तो नहीं लिया लेकिन कहा कि देश का आधा कर्ज एक विशिष्ट देश पर बकाया है। फिर भी, उन्होंने निर्धारित राजनयिक चैनलों के माध्यम से ऐसे मुद्दों को हल करने में भरोसा जताया है। मुइज्जू के मतुताबिक कई देशों के राजदूतों ने उनके मीटिंग का अनुरोध किया है। लेकिन नियमों के अनुसार ही इन मीटिंग्स को पूरा किया जाएगा। मुइज्जू ने कहा कि उनकी विदेश नीति को ‘मालदीव समर्थक’ है। उनकी इस नीति का समर्थन करने वाले विदेशी देशों के साथ राजनयिक संबंध रखते ही वह राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देंगे।