भाई दूज का पर्व आज, देव गुरु जी से जानिए कब है शुभ मुहूर्त और क्या है पूजा की विधि
दिवाली के बाद भाई दूज का त्योहार मनाए जाने की परंपरा है। यह त्योहार 3 नवंबर को कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि और रविवार को मनाया जाएगा । हिंदू धर्म में इस त्योहार को बहुत पवित्र माना जाता है।

देव गुरु जी (ज्योतिषाचार्य, हस्त रेखा विशेषज्ञ, वास्तु और मेडिटेशन विशेषज्ञ)
sonbhadra
9:26 AM, November 3, 2024
दिवाली के बाद भाई दूज का त्योहार मनाए जाने की परंपरा है। यह त्योहार 3 नवंबर को कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि और रविवार को मनाया जाएगा । हिंदू धर्म में इस त्योहार को बहुत पवित्र माना जाता है। इस खास पर्व पर बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती है और उनकी लंबी उम्र की कामना करती है। ऐसी मान्यता है कि भाई दूज के दिन भाईयों को बहनों के घर जाना चाहिए ।
देव गुरु जी ने बताया कि इस दिन बहने भाई के लम्बी उम्र के लिए यम की पूजा करती हैं । ताकि भाई की अकाल मृत्यु न हो और उसके जीवन में सुख और समृद्धि स्वास्थ्य बना रहे । इसके लिए बहन अपने भाई को तिलक लगाती हैं । देव गुरु जी के मुताबिक तिलक लगाने का सही समय 11 बजकर 45 मिनट से 3 बजकर 21 मिनट तक है । तिलक के बाद बहने नारियल और चावल लेकर भाई का दीपक करें । तत्पश्चात भाई का मुंह मीठा कराएं । इसके बाद बहनें अपने हाथ से बना भोजन भाई को खिलाएंगी । और अंत में बहने भाई को पान भी खिलाएं । इसके बाद भाई अपनी बहन को उपहार देंगे । इस प्रकार भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व है भइया दूज ।