मानव जीव का लोक व परलोक सुधारती है भागवत कथा:पंडित अरुण कृष्ण शास्त्री
आश्रम में चल रहे श्री मद्भागवत कथा के छठवें दिन बुधवार को भगवान श्री कृष्ण के बाल लीला की झांकी निकाली गई। इस दौरान लगे जयकारे से समूचा कथा स्थल गुंजायमान हो गया।

sonbhadra
3:11 PM, July 9, 2025
- श्री मद्भागवत कथा के छठवें दिन पूतना वध की कथा सुनाई गई
- रॉबर्ट्सगंज ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत पेटराही के सिंधौरा गोरारी गांव स्थित संत श्री कामेश्वर जी शिक्षा एवं जन विकास सेवा आश्रम में चल रहा आयोजन
सोनभद्र। रॉबर्ट्सगंज ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत पेटराही के सिंधौरा गोरारी गांव में स्थित संत श्री कामेश्वर जी शिक्षा एवं जन विकास सेवा आश्रम में चल रहे श्री मद्भागवत कथा के छठवें दिन बुधवार को भगवान श्री कृष्ण के बाल लीला की झांकी निकाली गई। इस दौरान लगे जयकारे से समूचा कथा स्थल गुंजायमान हो गया। वहीं पूतना वध की कथा का रसपान कर भक्त भाव विभोर हो गए।
श्री मद्भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ के छठवें दिन पंडित अरुण कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से मानव जीव का लोक व परलोक दोनों सुधर जाता है। जीवात्मा और परमात्मा के पावन लीला को महारास लीला कहा जाता है। महाराज जी ने कहा कि जब तक वेद शास्त्रों और श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा इस धरा पर होती रहेगी, तब तक अमन चैन, सुख शांति एवं समृद्धि बनी रहेगी।
महाराज जी ने परब्रह्म भगवान् श्री कृष्ण के पावन बाललीला एवं पूतना वध की कथा के द्वारा समस्त श्रोता समुदाय को भागवतीय सरिता में सराबोर किया। महाराज जी ने कहा कि संत श्री कामेश्वर जी का उद्देश्य वैदिक गुरुकुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिसमें क्षेत्र के सभी गणमान्य प्रियजनों का सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसके अलावा गौशाला, वृद्धाश्रम के लिए भी प्रयासरत हैं।आप सभी लोग प्रभु के श्री चरणों में अपना सहयोग प्रदान करें और अपनें अमूल्य जीवन को सफल बनाएं।
इस अवसर पर यज्ञ के आचार्य सूरज पाण्डेय , पं० सतीश पाण्डेय, अर्जुन तिवारी, पंडित लक्ष्मण दुबे, पंडित यशवंत, पंडित सुरेश मिश्र, श्यामा प्रसाद पांडेय, राजेश कुमार पाठक, वृजेश पाठक ,सुनील पाठक, सुशील त्रिपाठी, प्रशान्त कुमार मिश्र, गणेश दूबे, प्रिया पाठक, सुशीला पाठक, सुघरा पाठक, प्रिंस पांडेय, ललित पांडेय, नागेंद्र दुबे, रामविलास पांडेय एवं समस्त भगवत्प्रेमी भक्त संगीत के सुमधुर कलाकार उपस्थित रहे।