Sonbhadra News : पहाड़ी नदियों के जलधाराओं के स्थिर हो जाने से गहराने लगी जल संकट
लगातार बढ़ रही तापमान के कारण सुदूर ग्रामीण तटवर्ती इलाकों के रहवासियों को पेयजल समेत उनके पशुओं के लिए भी जल की समस्या उतपन्न होती है

सोनभद्र
11:41 AM, May 17, 2025
धर्मेन्द्र गुप्ता (संवाददाता)
विंढमगंज (सोनभद्र)। जल ही जीवन है। जल के बिना जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती,परन्तु प्रकृति के जीवन चक्र में कभी यही पानी तबाही ला देती है तो कहीँ किसी को अंतिम बूँद भी नसीब नही हो पाती।
मई माह के दूसरे पखवारे में सुदूर ग्रामीण अंचलों में गर्मी के दस्तक से ही जन मानस के हलक सूखने लगे है।इन सुदूर ग्रामीण अंचलों सहित दक्षिणांचल के सभी तटवर्ती इलाकों में जल की समस्या गहराने लगी है।
लगातार जल स्तर में हो रहे गिरावट तथा पहाड़ी नदियों के जलधाराओं के सिमट जाने के कारण इन क्षेत्रों के लिए जल संकट का पर्याय बनता जा रहा है।
अचानक तेज धुप और गर्म हवाओं के थपेड़ो के कारण नदी ,तालाब,पोखरे,ट्यूबवेल के अचानक हांफने लगे है।लगातार बढ़ रही गर्मी में मुश्किल से पीने की पानी तो मुहैया हो जा रही है परन्तु रहवासियों को अपने पशु पक्षियों के लिए बिन पानी संकट के बादल छाने लगी है।इन क्षेत्रों के दर्जनों गांवों की जलापूर्ति हेतु ब्लॉक दुद्धी के फुलवार गांव में मलिया नदी के तट पर स्थापित संयत्र भी अपनी नाकामी पर रोना रोने लगा है।
नदी की धारा पूरी तरह सिमट जाने से जलापूर्ति पूरी तरह बंद हो गई है।कुछ जल श्रोतों जिनके रिसाव के कारण पानी मिल रहे है उन्ही से तटीय क्षेत्रों में बसे ग्रामीणों की केवल पीने की पानी मुनासिब हो रहा है।
ग्रामीणों ने ट्रेंकर द्वारा जलापूर्ति की मांग की है।