Sonbhadra News : शिक्षा विभाग के लिए अभिशाप बन गया म्योरपुर ब्लाक, बीएसए का फिर चला हंटर, एआरपी के बाद अब इन पर हुई कार्यवाही
एक तरफ योगी सरकार सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधारने के लिए लगातार नए-नए प्रयोग व भारी भरकम बजट का प्राविधान कर रही है । लेकिन जिनके भरोसे सरकार स्कूलों की दशा सुधारने और नम्बर वन बनाना चाहती है ।

फाइल फोटो
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12:58 AM, February 27, 2025
शान्तनु कुमार
सोनभद्र । एक तरफ योगी सरकार सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधारने के लिए लगातार नए-नए प्रयोग व भारी भरकम बजट का प्राविधान कर रही है । लेकिन जिनके भरोसे सरकार स्कूलों की दशा सुधारने और नम्बर वन बनाना चाहती है उसका हाल किसी से छिपी नहीं है ।
आकांक्षी जनपद सोनभद्र का म्योरपुर ब्लॉक इन दिनों शिक्षा विभाग के लिए अभिशाप बन गया है । म्योरपुर ब्लाक के ज्यादातर स्कूल भ्रष्टाचार का केंद्र बन गए हैं । अभी हाल ही में म्योरपुर ब्लाक में तैनात एआरपी अखिलेश देव पांडेय पर बीएसए मुकुल आनंद पांडेय ने बड़ी कार्यवाही करते हुये अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने का आदेश जारी किया है । अखिलेश देव पांडेय पर आरोप था कि एआरपी की जिम्मेदारी खुद न करके किसी अन्य से कराया करते थे । साथ ही चर्चा के मुताबिक अधिकारियों का रौब जमाकर टीचरों को डराया-धमकाया भी करते थे । अभी एआरपी का मामला शांत भी नहीं हुआ कि 25 फरवरी को बीएसए ने म्योरपुर ब्लाक में स्थित कम्पोजिट विद्यालय बीजपुर में अनुशासनहीनता को लेकर बड़ी कार्यवाही की है। बीएसए ने यह कार्यवाही बीईओ की रिपोर्ट के आधार पर की है । विद्यालय में तैनात तीन सहायक अध्यापकों व एक अनुदेशक को बीएसए ने प्रतिकूल प्रविष्टि दिया है। वार्षिक वेतन वृद्धि को तत्काल अस्थाई रूप से अवरूद्ध करने का निर्देश दिया। साथ ही तीनों शिक्षकों को यहां से हटाकर अलग-अलग विद्यालयों में ड्यूटी लगाकर अवगत कराने की बात कही।
आपको बतादें कि बीईओ म्योरपुर ने 14 फरवरी को कम्पोजिट विद्यालय बीजपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान सहायक अध्यापक मनोज कुमार दुबे आकस्मिक अवकाश पर एवं विद्यालय में कार्यरत अन्य समस्त शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक उपस्थित पाए गए। छात्र-छात्राओं की शैक्षिक गुणवत्ता अधिगम स्तर संतोषजनक नहीं पाया गया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय के अन्य कार्मिकों, उपस्थित कतिपय अभिभावकों ने अवगत कराया गया कि विद्यालय में कार्यरत नारायण दास गुप्ता, मनोज कुमार दुबे सहायक अध्यापक विद्यालय में गुटबाजी करते हुए आपस में विवाद गाली-गलौज किया करते हैं। जिसके कारण बच्चों के शिक्षण कार्य में व्यवधान उत्पन्न होता है। इनके इस कृत्य से विद्यालय में नकारात्मक वातारण प्रदर्शित हो रहा है। साथ ही अनुशासनहीनता का माहौल व्याप्त है। मध्यान्ह भोजन योजना सहित अन्य विभागीय कार्यों के सम्पादन में अवरोध उत्पन्न हो रहा है। 25 फरवरी को विद्यालय में कार्यरत शिक्षामित्र रविन्द्र नाथ श्रीवास्तव ने दूरभाष पर अवगत कराया कि विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए मध्यान्ह भोजन नहीं बन रहा है। इसकी सूचना लोगों ने ग्राम प्रधान को दिया। जिसके बाद प्रधान की तरफ से मध्यान्ह भोजन बनवाया जा रहा है। ग्राम प्रधान ने इस बात का आश्वासन दिया गया कि भविष्य में भी उनके द्वारा विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए मध्यान्ह भोजन बनवाया जायेगा। साथ ही यह भी अवगत कराया कि विद्यालय में कार्यरत देव नारायण, नारायण दास गुप्ता, मनोज कुमार दुबे स.अ. एवं विमलेश कुमार यादव अनुदेशक के एक ही विद्यालय पर बने रहने से भविष्य में भी बार-बार इस प्रकार की पुनरावृत्ति होने की सम्भावना है। बीएसए मुकुल आनंद पांडेय ने बताया कि बीईओ की तरफ से उपलब्ध कराई गई आख्या के बाद देव नारायण, नारायण दास गुप्ता, मनोज कुमार दुबे सहायक अध्यापक एवं विमलेश कुमार यादव अनुदेशक को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करते हुए वार्षिक वेतन अवरूद्ध कर शिक्षक विहीन अलग-अलग विद्यालयों के संचालन के लिए ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया गया है।