Sonbhadra News : भ्रष्टाचार का अड्डा बना बेसिक शिक्षा विभाग का ऑफिस, कार्यालय DC पर लगे कई गंभीर आरोप
आकांक्षी जनपद सोनभद्र का बेसिक शिक्षा विभाग आये दिन अपने कारनामों से अक्सर चर्चा में बना ही रहता है। मामला चाहे विद्यालय में शिक्षकों की अनुपस्थिति का हो या फिर कार्यालय में शिक्षकों को बाबू बनाकर....

जिला बेसिक शिक्षा विभाग सोनभद्र.....
sonbhadra
7:21 PM, May 18, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
• शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज की जाँच कर कार्यवाही की मांग
• शिकायतकर्ता ने कार्यालय DC को संरक्षण देने का BSA पर भी लगाया आरोप
सोनभद्र । आकांक्षी जनपद सोनभद्र का बेसिक शिक्षा विभाग आये दिन अपने कारनामों से अक्सर चर्चा में बना ही रहता है। मामला चाहे विद्यालय में शिक्षकों की अनुपस्थिति का हो या फिर कार्यालय में शिक्षकों को बाबू बनाकर अन्य शिक्षकों से अवैध बसूली करवाने का। हर मामले में बेसिक शिक्षा विभाग की किरकिरी होती रही है लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी सुधरने का नाम नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं जिम्मेदार जांच और कार्यवाही की बात कहकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं।
वायरल शिकायती पत्र ने मचाई सनसनी -
ताज़ा प्रकरण में एक शिकायती वायरल पत्र ने सनसनी मचा दी है। मुख्यमंत्री को सम्बोधित इस पत्र में शिकायतकर्ता ने बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत कार्यालय DC भ्रष्टाचार सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए गए हैं साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पर भी कार्यालय DC के कारनामों में साथ देने का भी आरोप लगाया है। इस वायरल शिकायती पत्र से जहाँ बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है, वहीं विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी हैं।
ARP परीक्षा में पैसा लेकर धांधली का लगाया आरोप -
वायरल पत्र में शिकायतकर्ता ने बताया है कि, जय किशोर बर्मा सामुदायिक सहभागिता सोनभद्र के जिला बेसिक शिक्षा विभाग में पद पर कार्यरत हैं एवं इनके द्वारा DC ट्रेनिंग का भी कार्य किया जा रहा है। इनके द्वारा अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन ना कर अवैध वसूली, भ्रष्टाचार एवं नियम विरुद्ध कार्य किये जा रहे हैं। अभी वर्तमान में जिले पर संपादित ARP परीक्षा में एक-एक अभ्यर्थी/अध्यापक से 50-50 हजार रूपये ले कर इन्होने खूब धांधली कराया है। ARP परीक्षा हुए 14 दिन से ज्यादा होने के बावजूद भी अभी तक ना ही इनके द्वारा रिजल्ट जारी किया गया है और ना ही आगे की प्रक्रिया, बल्कि सेटिंग का कार्य चालू है जिससे परीक्षा देने वाले तमाम अध्यापकों में इनके एवं विभाग के प्रति रोष है जो अभ्यर्थी योग्य नहीं हैं उनसे मोटा रकम ले कर कॉपी पेपर दे कर अलग से परीक्षा करा लिया गया है।
अध्यापकों को डरा-धमकाकर पीएम श्री विद्यालयों में आये डेस्क-बेंच का पेमेंट कराने का लगाया आरोप -
शिकायतकर्ता के अनुसार, कार्यालय DC जय किशोर बर्मा जिले में चयनित पीएम श्री विद्यालयों में आये हुए डेस्क बेंच के पैसे को किसी एक फर्म से सेटिंग कर अध्यापकों को डरा धमका कर कार्यलय में BSA की मीटिंग के नाम पर बुला कर पीपीए जेनरेट करवा कर जबरदस्ती क्रय करा लिया है जबकि सामाग्री की गुणवत्ता अत्यंत घटिया किस्म की है। यदि इसकी जाँच हुई तो बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।
पीएम श्री विद्यालयों में खेलकूद सामग्री में भ्रष्टाचार का आरोप -
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिले भर में पीएम श्री विद्यालय में खेलकूद के लिए आये हुए पैसे को भी सेटिंग कर एक ही फर्म से सभी को इनके द्वारा आपूर्ति करा दिया गया है जो जॉच का विषय है। इनका भ्रष्टाचार का दायरा ब्लाकों तक फैला हुआ है जहाँ विद्यालयों में खेलकूद की सामाग्री इनके द्वारा सेटिंग वाले एक ही फर्म से कराया गया है।
वायरल शिकायती पत्र में बीएसए की संलिप्तता का जताया अंदेशा -
वायरल शिकायती पत्र के अनुसार, शिकायतकर्ता ने पुरे प्रकरण में बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनन्द पाण्डेय की भी संलिप्तता को इंकार नहीं किया है। शिकायतकर्ता ने BSA और कार्यालय DC अक्सर जय किशोर वर्मा BSA के साथ ही निरीक्षण करने हेतु एक साथ गाड़ी से चलते हैं एवं अध्यापकों से कंपोजिट ग्रांट में आये हुए धनराशि, बर्तन के पैसे एवं BSA को गलत बातें बताकर नियम विरुद्ध तरीके से अध्यापकों को निलंबित करने एवं मोटी रकम ले कर फिर उसी विद्यालय में पदस्थापित करने जैसे आदि अवैध काम किया जा रहा है। DC जय किशोर वर्मा पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय ऑफिस को भ्रष्टाचार का केंद्र बनाने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने इनपर अपने मूल पद के प्रति जानकारी नहीं होने और सिर्फ अवैध बसूली में लिप्त रहने का आरोप भी लगाया है।
BSA और कार्यालय DC की जाँच कर कड़ी कार्यवाही मांग -
शिकायतकर्ता ने कार्यालय DC एवं उनको संरक्षण देने वाले बेसिक शिक्षा अधिकारी की भी निष्पक्ष जाँच कर कठोर कारवाई करने की मांग किया है।
वहीं इस पुरे मामले पर ज़ब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनन्द से बात करने के लिए उनके सीयूजी नंबर पर कॉल किया गया तो उनका नंबर नहीं उठा।