Sonbhadra News : तीन फीट का दूल्हा व सवा तीन फीट की दुल्हन ने लिए सात फेरे, चर्चा का विषय बनी ये अनोखी शादी
बड़े बुजुर्ग अक्सर कहा करते थे कि जोड़ियाँ ऊपर से ही बन कर आती हैं और उनके इस कथन को सही साबित किया है गुरुवार को रॉबर्ट्सगंज विकास खंड क्षेत्र के ऊंचडीह गाँव में हुई इस अनोखी शादी ने। जहाँ तीन फ़ीट के..

तीन फीट का दूल्हा, सवा तीन फीट की दुल्हन....
sonbhadra
8:53 PM, May 30, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । बड़े बुजुर्ग अक्सर कहा करते थे कि जोड़ियाँ ऊपर से ही बन कर आती हैं और उनके इस कथन को सही साबित किया है गुरुवार को रॉबर्ट्सगंज विकास खंड क्षेत्र के ऊंचडीह गाँव में हुई इस अनोखी शादी ने। जहाँ तीन फ़ीट के दूल्हे ने सवा तीन फ़ीट की दुल्हन के साथ पुरे विधि विधान से सात फेरे लिए और साथ में जीने मरने की कसम खायी।
शादियों का सीजन चल रहा है और शादियां आए दिन हो रही हैं लेकिन क्षेत्र के ऊंचडीह गाँव में स्थित मंदिर में गुरुवार को हुई एक शादी का उत्साह दो परिवारों के घर व रिश्तेदार के अलावा आसपास के ग्रामीणों में भी देखा गया जो शायद अपने आप में अनोखा था। दूल्हा-दुल्हन को देखने के लिए ग्रामीणों की खूब भीड़ उमड़ी। वे लोग भी आए जो आमंत्रित भी नहीं थे, जिसे भी पता चलता गया वह आकर दुल्हन और दूल्हे को देखने के लिए दौड़ पड़ा। वहीं ग्राम प्रधान अर्चना तिवारी सहित ग्रामीणों ने ने इस नवविवाहित छोटे जोड़े को खूब आशीर्वाद दिया।
दरअसल यह शादी थी भी अनोखी क्योंकि इसमें दूल्हा-दुल्हन का कद तीन व सवा तीन फीट था। हम बात कर रहे हैं ऊंचडीह गांव निवासी तीन फ़ीट के 27 वर्षीय दिव्यांग लवकुश भारती पुत्र नागेश्वर प्रसाद और मोराही गांव निवासी सवा तीन फ़ीट की 24 वर्षीय दिव्यांग सरिता पुत्री हीरालाल के अनोखे व प्रेरणादायक विवाह की जो एक मिसाल बन गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों की कम हाइट के कारण शादी में मुश्किल आ रही थी, लेकिन ग्रामीणों ने फरिश्ता बनकर उनके परिवारों को मिलवाया। आपसी मुलाकात के बाद रिश्ता पक्का हुआ और गुरुवार को ऊंचडीह के एक मंदिर में परिवार और मित्रों की मौजूदगी में दोनों ने शादी कर ली। इस शादी से दोनों परिवार बेहद खुश हैं, और यह अनोखी शादी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
उचडीह के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनुपम तिवारी ने बताया कि "लवकुश भारती और सरिता, दोनों दिव्यांग और कम हाइट के कारण शादी में मुश्किलों का सामना कर रहे थे, लेकिन ग्रामीणों की पहल ने उनकी जिंदगी में खुशियां ला दी। ग्रामीणों ने दोनों परिवारों को मिलवाया, जिससे रिश्ता पक्का हुआ और गुरुवार को ऊंचडीह गांव के मंदिर में उनकी शादी संपन्न हुई। यह अनोखी शादी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है।"