सुप्रभात खबर
शान्तनु कुमार/आनंद चौबे
गुरुवार को सोनभद्र इन्वेस्टर्स समिट में पहुंचे योगी सरकार में समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड़ ने एक ऐसा बयान दिया है जो सरकार पर कई सवाल खड़े करता है । राज्यमंत्री ने माना कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत सोनभद्र में कालीन उत्पाद का चयन किया गया था जो सफल नहीं हो सका, लिहाजा सोनभद्र में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट का उत्पाद बदलने के लिए शासन को लिखा गया है ।
आपको बतादें कि 24 जनवरी 2018 से शुरू की गई वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना का उद्देश्य था कि इस योजना के तहत राज्य में 25 लाख से भी अधिक बेरोजगार उम्मीदवारों को रोजगार प्रदान किया जायेगा। लेकिन 5 साल बाद मंत्री जी को पता चला कि सोनभद्र में जिस उत्पाद का चयन किया गया है वह सफल नहीं है, इसलिए उसे बदलना चाहिए ।
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि एक बार फिर जिले में बेरोजगारों को रोजगार देने के उद्देश्य से इन्वेटर्स समिट का आयोजन किया गया और इस बार प्रशासन ने 10 हजार बेरोजगारों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है ।
बहरहाल इन्वेस्टर्स समिट में एक लाख दस हजार के एमयू साइन होने के बाद जिलाधिकारी ने उम्मीद जताई है कि लगभग 10 हजार बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा । लेकिन यह सब कब तक सम्भव हो सकेगा इसका सटीक जानकारी किसी के पास नहीं है ।
हम आशा करते हैं इन्वेटर्स समिट का हाल वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की तरह नहीं होगा और बेरोजगारों को रोजगार जरूर मिलेगा ।