बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहा है पुल रविवार को ताश के पत्तों की भरभरा कर गिर गया । 2014 में सीएम नीतीश कुमार ने इस पुल का शिलान्यास किया था। पुल के गिरने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है । इस वीडियो में दिख रहा है कि पुल के एक पिलर के 30 से अधिक स्लैब गंगा नदी में गिर रहे हैं। बता दें कि इस पुल के निर्माण का जिम्मा एक निजी कंपनी को दिया गया था ।
इस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में बड़ी बैठक की, जिसमें उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत भी शामिल थे ।सीएम नीतीश कुमार ने प्रत्यय अमृत को इस घटना की विस्तृत जांच करने और दोषियों को चिह्नित कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है ।
जानकारी के अनुसार यह पुल भागलपुर में गंगा नदी पर बनने वाला सबसे बड़ा पुल है । आगवानी सुलतानगंज पुल के अचानक भरभराकर गिरने के दौरान कई लोग इसका लाइव वीडियो बनाते देखे गए। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जो 1700 करोड़ की भारी भरकम धनराशि खर्च होने और उसमें हुए भ्रष्टाचार को बयां कर रहे हैं। एक साल पहले भी इस पुल का एक हिस्सा गिर गया था । यह मूख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है ।
इससे पहले 27 अप्रैल को इस निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था। तेज आंधी और बारिश में करीब 100 फीट लंबा हिस्सा भरभराकर जमीन में गिर गया था। हालांकि, उस वक्त जानमाल को क्षति नहीं पहुंची थी। इसके बाद पुल निर्माण का काम फिर शुरू हुआ। इस बार करीब 80 प्रतिशत काम सुपर स्ट्रक्चर का पूरा हो गया था। इतना ही नहीं अप्रोच रोड का काम भी 45 फीसदी पूरा कर लिया गया है।
पुल का हिस्सा गिर जाने से लोगों ने पूल निर्माण के गुणवत्ता पर सवाल उठना शुरू कर दिया है। बीजेपी ने तो नीतीश कुमार का इस्तीफा तक मांग लिया है ।