बहुजन समाज पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी की लोकसभा सदस्यता को रद्द कर दिया गया है। दरअसल, उनकी सदस्यता रद्द करने का यह फैसला बीते दिनों गैंगस्टर एक्ट में उन्हें हुई चार साल की सजा के बाद लिया गया है । अफजाल अंसारी की सदस्यता को 29 अप्रैल से रद्द किया गया है । सदस्यता रद्द करने को लेकर लोकसभा सचिवालय की ओर से एक नोटिफिकेश भी जारी किया गया है ।
बता दें कि बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को एमपी/एमएलए कोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट में 10 साल की सज़ा सुनाई गई थी । साथ ही 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है । वहीं मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी को भी एमपी एमएलए कोर्ट ने दोषी करार दिया गया था । सांसद अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा और एक लाख रुपये का अर्थदंड लगाया गया था। कोर्ट के इस फैसले के बाद सांसद अफजाल अंसारी को पुलिस कस्टडी में ले लिया गया था ।
भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में दर्ज केस के आधार पर अफजाल अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर का केस दर्ज हुआ था। वहीं, मुख्तार अंसारी के खिलाफ भाजपा विधायक कृष्णानंद राय और नंदकिशोर गुप्ता रुंगटा की हत्या के मामले में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज था। दोनों भाइयों के खिलाफ मुहम्मदाबाद थाने में 2007 में क्राइम नंबर 1051 और 1052 दर्ज हुआ था।
आपको बतादें कि अफजाल अंसारी साल 2004 में पहली बार सांसद चुने गए थे। इसके बाद 2005 में उन्हें कृष्णानंद राय हत्याकांड मामले में जेल जाना पड़ा था। साल 2009 में उन्हें सपा से टिकट नहीं मिला तो वह बीएसपी में शामिल हो गए थे। इस बार उन्हें जीत नहीं मिली और सपा के प्रत्याशी से अफजाल चुनाव हार गए। साल 2014 में बलिया सीट से उन्होंने कौमी एकता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन फिर उन्हें हार मिली। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में वह अपने पूरे परिवार के साथ बीएसपी में शामिल हो गए थे।