आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । जिले के 18.56 लाख लोगों को फाइलेरिया से बचाने के लिए दवा खिलाने का अभियान 10 फरवरी से शुरू होगा जो 27 फरवरी तक चलेगा। इसमें 1790 टीमें घर-घर जाकर लोगों को डीईसी और एलवेंडाजोल की दवा आयु के हिसाब से खिलाएंगी।
आज मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आर0जी0यादव ने बताया कि “फाइलेरिया (हाथीपांव) एक ऐसी बीमारी है, जो कभी ठीक नहीं होती है। स्वास्थ्यकर्मी लोगों को अपने सामने ही दवा खिलाएं, जिससे कि समय रहते इस पर नियंत्रण किया जा सके। स्वस्थ व्यक्ति को इस दवा से कोई हानि नहीं है, लेकिन दवा खाने के बाद किसी को चक्कर आते हैं, तो निश्चित रूप से जान लीजिए कि उसके अंदर वैक्टीरिया मौजूद है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया की दवा डीईसी का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। दो साल से ऊपर का हर व्यक्ति या महिला इस दवा का सेवन कर सकते हैं। यदि दवा खाने के बाद किसी को चक्कर या कमजोरी महसूस होती है तो निश्चित रूप से उसके अंदर फाइलेरिया का संक्रमण है। ऐसे व्यक्ति को पांच साल तक डीईसी खानी चाहिए। एक बार फाइलेरिया होने के बाद जीवन में कभी ठीक नहीं होती है। हाथीपांव होने के बाद उसमें यदि कोई घाव हो गया तो वह भी जल्द ठीक नहीं होता है। दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों ने दवा नहीं खानी है, लेकिन डायबिटिक, ब्लड प्रेशर, गठिया, अस्थमा के रोगी इस दवा को जरूर लें, इससे कोई हानि नहीं है। दवा को खाली पेट नहीं लेना चाहिए। 10 फरवरी से 27 फरवरी तक अभियान चलेगा। जिसमें सामुदायिक सहभागिता आवश्यक है, इसमें स्वयंसेवी संगठन भी लोगों को दवा खाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।”
वहीं वीबीडी कंसलटेंट कुमार शुभम ने बताया कि “जिले में इस समय हांथी पांव के कुल 324 रोगी तथा हाइड्रोसील के कुल 424 रोगी पाए गए हैं जिनमें हाइड्रोसील के 114 का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया जा चुका है जबकि हांथी पांव के रोगियों को रुग्णता प्रबंधक किट दिया जा चुका है। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत कुल 1790 टीमें लगाई गई हैं जो घर-घर जाकर एलबेंडाजोल, एवरमैट्रीन व डाईसी की दवा खिलाएंगे। वहीं उनके सुपरविजन के लिए 349 सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं। एमडीए अभियान में जिला पंचायती राज विभाग, बाल विकास पुष्टाहार विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मदद से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।”
इस दौरान सहायक जिला मलेरिया अधिकारी राजेश कुमार सिंह, मलेरिया निरीक्षक पी0के0सिंह, देवाशीष पांडेय, SFW सभाजीत प्रसाद तथा डीएमसी पीसीआई अमीर हुसैन समेत अन्य लोग मौजूद रहे।