Uttarakhand News : 30 अगस्त को सिनेमा घरों में रिलीज होगा गढ़वाली फिल्म मीठी- मां कु आशीर्वाद
उत्तराखंड के खानपान और यहां के रीति रिवाज की भीनी भीनी महक लिए गढ़वाली फिल्म मीठी- मां कु आशीर्वाद 30 अगस्त को विभिन्न सिनेमाघर में रिलीज हो रही है ।

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5:04 PM, August 28, 2024
उत्तराखंड के खानपान और यहां के रीति रिवाज की भीनी भीनी महक लिए गढ़वाली फिल्म मीठी- मां कु आशीर्वाद 30 अगस्त को विभिन्न सिनेमाघर में रिलीज हो रही है । इस थीम की यह अपने आप में पहली पिक्चर है। इसमें 160 कलाकारों ने काम किया है, जो सभी उत्तराखंड के निवासी हैं और इनमें से 120 बिल्कुल नए कलाकार है। इस फिल्म में उत्तराखंड के ठेठ पहाड़ी व्यंजन जैसा कोदे की रोटी कांडली का साग चौसा फानू भटवानी व अलग-अलग तरीके के पहाड़ी खान पान का स्वाद इस फिल्म में दिखाया गया है । फिल्म में मीठी का मुख्य किरदार अभिनेत्री मेघा कुकसाल ने निभाया है और वही फिल्म के अभिनेता मोहित घिल्डियाल है । दोनों की यह पहली फिल्म है । मशहूर गायक पवनदीप राजन ने भी फिल्म के लिए गाने गए हैं।
45 दिनों तक फिल्म की शूटिंग देहरादून उत्तरकाशी हरिद्वार में खास तौर पर हुई उत्तरकाशी के जखोल गांव को इस फिल्म में विशेष तौर पर फिल्माया गया है फिल्म के निर्माता वैभव गोयल ने बताया की उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजन बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक हैं आज जब मिलेट्स की बात होती है तो सबसे ऊपर उत्तराखंड का यही खानपान आता है फिल्म के माध्यम से लोग इन व्यंजनों के बारे में भी जानेंगे और इसकी पौष्टिकता के बारे में भी जानेंगे फिल्म के निर्देशक कांता प्रसाद ने बताया की फिल्म अपने आप में बिल्कुल अलग है और जब फिल्म देखने दर्शन जाएंगे तो भीनी भीनी खुशबू और स्वाद पिक्चर के माध्यम से वह जरूर लेंगे ।
ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी गढ़वाली पिक्चर को एक साथ देहरादून विकास नगर ऋषिकेश कोटद्वार रुड़की के सिनेमाघर में प्रदर्शित किया जा रहा है फिल्म में काम करने वाले सभी लोग बेहद खुश हैं और उनके अपने अनुभव बेहद निराले भी हैं गौर तलब है कि जिस तरीके से पूरी दुनिया में इस समय मिलेट्स को अपने भोजन में प्राथमिकता से ले रहे हैं और उत्तराखंड के उत्पाद तो अपनी पौष्टिकता व गुणवत्ता में सबसे अव्वल हैं लेकिन कभी किसी ने इस तरीके से एक विषय बनाकर के पिक्चर के तौर पर इसे दर्शाने की कोशिश नहीं की यह पहला प्रयास है जब फिल्म के माध्यम से उत्तराखंड की एक अलग संस्कृति सामने आएगी लोग उसे रूबरू होंगे।