Sonbhadra news : कीचड़ भरे दलदल जर्जर मार्ग से चलने को ग्रामीण मजबूर
कोटा ग्राम पंचायत के टोला अहिराडेरा में कच्ची सड़क और बारिश के दिनों में कीचड़ भरे दलदल जर्जर मार्ग से चलने को मजबूर ग्रामीणों ने पक्का सड़क निर्माण की मांग किया है ।

sonbhadra
8:13 PM, August 28, 2025
एम शर्मा (संवाददाता)
डाला (सोनभद्र) विकास खंड चोपन क्षेत्र के कोटा ग्राम पंचायत के टोला अहिराडेरा में कच्ची सड़क और बारिश के दिनों में कीचड़ भरे दलदल जर्जर मार्ग से चलने को मजबूर ग्रामीणों ने पक्का सड़क निर्माण की मांग किया है । गुरुवार को ग्रामीणों ने कच्चे मार्ग पर दलदल में फंसी राहगीर के बोलेरो को घंटा मशक्कत के बाद ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकलवाया ।
ग्रामीण रामसुंदर गोड़ , राम कुमार , रामवअतार ने बताया कि गौराही संपर्क मार्ग से अहिराडेरा टोला होते हुए लगभग दो सौ मीटर वाराणसी शक्तिनगर राज्य मार्ग को यह सड़क जोड़ता है जो सड़क वर्तमान में जर्जर व खराब हो चुकी है जिस पर चलना दूश्वार हो गया जिसको लेकर कई बार जिम्मेदार अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों से कई बार शिकायत किया गया । लेकिन अभी तक कोई सुध नहीं लिया जो बरसात में यह कच्चा मार्ग किचड़ में तब्दील हो जाता है जिसके कारण हम सभी बड़ी मुश्किलों से जूझना पड़ता है ।आने जाने वाली दो पहिया चार पहिया वाहनों के टायर कीचड़ के दलदल में फंस जाते हैं जिससे वाहन को पलटने आदि दुर्घटना की आशंका बनी रहती है । आज भी इसी मार्ग से जा रही एक बोलोरो कीचड़ में फस गई थी जिसे घंटे मशक्कत के बाद ट्रैक्टर की मदद से निकला जा सका।लगभग पांच से छः वर्ष पूर्व उक्त सड़क निर्माण का कार्य भी शुरू हुआ था वह भी अधूरा रह गया। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि यहां इस क्षेत्र का सरकारी गल्ला की दुकान स्थित है बरसात के समय राशन कार्ड धारकों को आवागमन करने में बड़ी परेशानी होती है कई बार तो कुछ लोग किचड़ होने के वजह से गल्ला सहित गिर गए हैं और घायल भी हो चुकें हैं बेवस ग्रामीणों की परेशानी कोई सुनने वाला नहीं है । जबकि सरकार द्वारा सड़कों को गड्ढा मुक्त कराया जा रहा है फिर भी राज्य मार्ग को जोड़ने वाला अहिराडेरा संपर्क मार्ग जर्जर स्थिति में है। स्थानीय लोगों ने गौराही संपर्क मार्ग से अहिराडेरा टोला होते हुए राज्य मार्ग तक अधूरे बने पक्के सड़क को पूरा पक्का सड़क बनवाने की मांग किया है ।
इस संबंध में ग्राम पंचायत कोटा सचिव दीपक सिंह ने बताया कि मौके का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद ग्रामीणों की मांग पर उचित कार्यवाही किया जाएगा ।
