Sonbhadra News : 3D प्रिंटिंग तकनीक का इस्तेमाल कर बना रहे खिलौने, धार्मिक मूर्तियाँ, फ्लावर पॉट्स
केंद्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के बाद से स्टार्टअप्स की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इस दिशा में सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज के रहने वाले और मोतीलाल नेहरू औद्योगिक शिक्षण संस्थान.

sonbhadra
8:42 AM, September 12, 2024
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
• सोनभद्र निवासी मोहित पाण्डेय नए शुरू किया अनोखा स्टार्ट अप
• चीनी उत्पादों को प्रतिस्थापित करना स्टार्ट अप का मुख्य उद्देश्य
• मँहगे भारतीय उत्पादों का स्थान लेंगे ये सस्ते 3D तकनीकी से बने देशी भारतीय उत्पाद
सोनभद्र । केंद्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के बाद से स्टार्टअप्स की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इस दिशा में सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज के रहने वाले और मोतीलाल नेहरू औद्योगिक शिक्षण संस्थान (एमएनआईटी) प्रयागराज में मटेरियल साइंस से शोध कर रहे मोहित पांडेय ने एक अनूठा स्टार्टअप शुरू किया है। उनका स्टार्टअप 3D प्रिंटिंग के माध्यम से ऑब्जेक्ट्स और डिजाइनों को तैयार करने पर केंद्रित है।
बताते चलें कि 2022 से मैटेरियल साइंस में शोध कर रहे मोहित पांडेय 3D प्रिंटिंग तकनीक का इस्तेमाल कर कंप्यूटर एप्लिकेशन के जरिए खिलौने, धार्मिक मूर्तियाँ, फ्लावर पॉट्स, ड्रैगन और डायनासोर जैसी चीजें बना रहे हैं।
वहीं मोहित पांडेय ने बताया कि "पहले इन वस्तुओं को तैयार करने के लिए कुशल शिल्पकार और कठोर मेहनत की जरूरत होती थी, लेकिन 3D प्रिंटिंग तकनीक से इसे काफी आसान बना दिया गया है। मोहित बताते हैं कि जटिल डिजाइनों को सॉफ्टवेयर की मदद से आसानी से बनाया जा सकता है। 3D प्रिंटेड सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑब्जेक्ट की डिजाइन तैयार की जाती है, जिसे प्रिंटिंग मशीन के जरिए पॉलीमर का उपयोग कर आसानी से बनाया जा सकता है, यह तकनीक न केवल श्रम और समय की बचत करती है, बल्कि वेस्ट मैनेजमेंट में भी मदद करती है, जिससे अतिरिक्त पदार्थों का नुकसान रोका जा सकता है। कहा कि सोनभद्र समेत अन्य जिलों और प्रदेशों के युवा कम लागत में कारोबार शुरू कर सकेंगे।"
चीनी उत्पादों को प्रतिस्थापित करना है स्टार्टअप का मुख्य उद्देश्य -
मोहित पांडेय का यह स्टार्टअप दिखने में भले ही छोटा लगे, लेकिन इसके पीछे एक बड़ा उद्देश्य है। वे कहते हैं कि भारत में चीनी खिलौनों और अन्य वस्तुओं की भरमार है, और इस तकनीक से हम चीनी उत्पादों का प्रतिस्थापन कर सकते हैं. उनके द्वारा तैयार की गई वस्तुएं बाजार में कम कीमत पर उपलब्ध हैं। मोहित पांडेय ने बताया कि यह स्टार्टअप कोई भी व्यक्ति शुरू कर सकता है, जिसके पास कंप्यूटर की सामान्य जानकारी हो। इस स्टार्टअप को शुरू करने के लिए केवल ₹50,000 की जरूरत होगी, जिसमें 3D प्रिंटर, फिलामेंट और अन्य उपकरण शामिल होंगे। स्टार्टअप करने वाले को मार्केटिंग में भी मदद की जाएगी।