Sonbhadra News : रक्षाबंधन की रौनक से सराबोर हुआ शहर, बाजार में राखियों की आई बहार
भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व को लेकर बाजारों में रौनक शुरू हो गई है। रक्षाबंधन त्योहार 9 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा। जगह-जगह राखी बाजार सज गए हैं और रक्षाबंधन को लेकर खरीदारी तेज.....

राखी की खरीदारी करती महिलाएं.....
sonbhadra
12:06 PM, August 6, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
• दुकानदारों को त्योहारी सीजन में अच्छे कारोबार की उम्मीद
सोनभद्र । भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व को लेकर बाजारों में रौनक शुरू हो गई है। रक्षाबंधन त्योहार 9 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा। जगह-जगह राखी बाजार सज गए हैं और रक्षाबंधन को लेकर खरीदारी तेज हो गई है। भाई की कलाई पर चांदी और रेशमी धागों से बनी राखी सजेगी तो भाभी के लिए भी बहनें लुंबा खरीद रही हैं। कंगन के रूप में लुंबा काफी पसंद किया जा रहा है। भाई और भाभी के लिए बहनें डिजायनर लुंबा व राखी पसंद कर रही हैं। महादेव, श्रीराम व श्री श्याम छाप की राखियाें की भी खूब डिमांड है। कपड़ों व गिफ्ट आइटम के साथ ही सराफा बाजार में भी तेजी आ गई है।
कार्टून थीम बेस्ड राखियाँ बनी बच्चों की फेवरेट -
रक्षाबंधन का उल्लास छाने लगा है। शहर में तरह-तरह की आकर्षक राखियों की बिक्री के लिए दुकानें सज गई हैं। इस बार कार्टून व डिजाइनर धागा, मोरपंख, चंदन, चावल और शुभ वंदन राखियों की धूम है। बाजार में रेशमी धागे वाली पारंपरिक राखियों की काफी डिजाइनें हैं। बच्चों के लिए कार्टून थीम में छोटा भीम, मोटू-पतलू, गुड़िया, लाइट, घड़ी, प्लेन आदि डिजाइन की काफी राखियां हैं। इसके अलावा गणेश, शिव, स्वास्तिक, ओम आदि की राखियां भी खूब बिक रही हैं। वहीं, कम वजन व कम कीमत में चांदी की राखियों की खूब खरीदारी हो रही है। वहीं दाम की बात करें तो पिछले साल के मुकाबले इस साल 10 से 15 फीसदी तक दाम बढ़ गए हैं। इसके लिए स्वर्ण जयंती चौक, सिविल लाइन रोड, रेलवे स्टेशन रोड, मेन मार्केट, शीतला मंदिर चौक आदि पर राखियों की दुकानें सज गई हैं। बाजारों में एक रूपये से लेकर 1600 रुपये तक की राखियां उपलब्ध हैं। दुकानदारों ने दिल्ली, कोलकाता और मुंबई से राखियां मंगवाई है। वहीं कुछ बहनें ऑनलाइन भी ऑर्डर कर रही हैं, लेकिन स्थानीय बाजार अब भी पहली पसंद बने हुए हैं।
भाई भी कर रहे बहनों के लिए गिफ्ट की खरीदारी -
राखी के साथ-साथ रक्षाबंधन को लेकर गिफ्ट का बाजार भी गुलजार है। रक्षाबंधन पर अपनी बहन को देने के लिए भाई कॉफी मग से लेकर सोने-चांदी के बने ब्रेसलेट तक की खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा परफ्यूम, टेडी बियर, चॉकलेट पैक जैसे गिफ्ट की भी भरमार है। कुछ भाई अपने बहनों के लिए आभूषणों की भी खरीदारी कर रहे हैं।
स्वदेशी राखियों की ओर बढ़ा झुकाव -
स्वदेशी राखियों की ओर झुकाव बढ़ा है। रेशम, सूती धागों और सहयोगी समूहों की बनाई हस्तनिर्मित राखियों को इस बार खासा पसंद किया जा रहा है। दुकानदारों का कहना है कि वोकल फॉर लोकल का असर साफ देखा जा सकता है। राखी खरीदते समय बहनें भाई की पसंद का भी ध्यान रख रही हैं। रंग, डिजाइन और स्टाइल को लेकर सोच-समझकर चुनाव हो रहा है। ऐसे में ट्रेंड और पर्सनैलिटी बेस्ड राखियों की मांग बढ़ गई है।
जर्री, डोरी, स्टोन वर्क की राखियों की है डिमांड -
नगर के राखी विक्रेता चंदन केशरी, सुनील गुप्ता, संजय अग्रहरी, सुजीत, वीरेंद्र, संदीप अग्रवाल आदि का कहना है कि "इस बार बिक्री पिछली बार से बेहतर रहेगी। ट्रेंड और ग्राहकों की पसंद के अनुसार डिजाइनों में विविधता लाई गई है। कोलकाता से जर्री वाली राखी, दिल्ली से डोरी वाली और मुंबई से स्टोन वर्क की हुई राखियों का स्टॉक किया गया है। इनकी डिमांड अधिक है। अब रक्षा बंधन में तीन दिन ही शेष बचे हैं। इस बार बाजार में भाई-भाभी के लिए राखियों के सेट की खूब मांग है। बहनें अपने भाईयों के लिए तो राखी खरीद ही रही हैं, भाभी के लिए भी राखियों की खरीदारी कर रही हैं। बाजार में इसकी कीमत 20 से लेकर 600 रुपये तक है। इसमें भाई और भाभियों की राखी का डिजाइन अलग-अलग है। पिछले तीन-चार सालों से भाई-भाभी राखी सेट का प्रचलन बढ़ा है।"
कपड़ा व्यवसायी नागेंद्र गर्ग, दीपक गुप्ता आदि का कहना है कि "इस बार ट्रेडिशनल लुक पर लोग ज्यादा जोर दे रहे हैं। बहनें लहंगा तो भाई कुर्ता-पायजामा खरीद रहे हैं। साड़ियों की भी खूब डिमांड है। बच्चों के कपड़े भी लोग खरीद रहे हैं।"