Sonbhadra News : शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय का किया घेराव, मतभेद के कारण कई शैक्षणिक संगठनों ने आंदोलन से समर्थन लिया वापस
रॉबर्ट्सगंज विकास खंड के उरमौरा स्थित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय पर आज शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने मांगो के समर्थन में जमकर नारेबाजी की और वे विरोध प्रदर्शन पर........

sonbhadra
10:27 PM, August 27, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
• बीएसए ऑफिस पर शिक्षकों ने भरी हुंकार
• बोले बीएसए, किसी से नहीं किया दुर्व्यवहार, आरोप निराधार
सोनभद्र । रॉबर्ट्सगंज विकास खंड के उरमौरा स्थित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय पर आज शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने मांगो के समर्थन में जमकर नारेबाजी की और वे विरोध प्रदर्शन पर डटी रहीं। हालांकि बीएसए से वार्ता के बाद कई संगठनों ने संतुष्टि जतायी लेकिन महिला शिक्षक संघ डीसी के बर्खास्तगी की मांग पर अड़ गई, जिससे क्षुब्ध होकर अन्य संगठनों ने पुरे आंदोलन से अपना समर्थन वापस ले लिया। वहीं महिला शिक्षक संघ ने मांगे पूरी न होने का आरोप लगाते हुए डीएम से मिलने के कलेक्ट्रेट जाने की बात कही।
आज दोपहर विद्यालय बंद होने के बाद सभी शिक्षक संगठनों ने एकजुट होकर मांगो के समर्थन में उरमौरा स्थित बीएसए कार्यालय पर प्रदर्शन किया। जिसके पश्चात बीएसए मुकुल आनंद पाण्डेय ने समस्त शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष योगेश कुमार पांडेय, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जनार्दन त्रिपाठी, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संतोषी कुमारी, पूर्व मध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रविभूषण सिंह, अटेवा महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रंजना सिंह पटेल, यूटा के जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल समेत अन्य नेताओं ने बातचीत की और अपनी मांगों से अवगत कराया। बीएसए ने कहा कि उन्होंने किसी से दुर्व्यवहार नहीं किया है, फिर भी किसी को लगता है तो वह इसके लिए क्षमा भी मांग रहे हैं साथ ही उन्होंने विश्वास दिलाया कि आगे से ऐसा नहीं होगा। संविदाकर्मी के ऊपर लगे आरोपी की जांच कराई जाएगी, आरोप सही मिलने पर कारवाई होगी। इसके बाद सभी नेता मान गए और बीएसए कार्यालय से बाहर आकर धरने पर बैठे साथियों को बीएसए की बात बताई। इस दौरान कुछ शिक्षक और शिक्षिकाएँ बात मानने से इनकार कर दिया, इससे कई संगठनों के जिलाध्यक्ष नाराज होकर अपना समर्थन वापस लेते हुए अपने समर्थकों के साथ चले गए।
इस दौरान उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष कौशर जहां सिद्दीकी ने कहा कि "पिछले दिनों बीएसए ने उनसे भद्दी भाषा का इस्तेमाल किया और उन्हें कार्यालय से भगा दिया, इसको किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
वहीं महामंत्री कुंजलता त्रिपाठी ने कहा कि "बीएसए ऑफिस में तैनात एक कर्मी द्वारा भी दुर्व्यवहार किया गया था, उनकी खिलाफ कार्रवाई की जाए।"
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष योगेश कुमार पांडेय ने कहा कि "पिछले दिनों वायरल वीडियो से क्षुब्ध महिला शिक्षिका के पक्ष में बीएसए से वार्ता कराने के लिए एवं समस्या का निष्कर्ष निकलने के लिए समस्त शैक्षिक संगठन समर्थन देते हुए वार्ता कराया लेकिन कुछ शिक्षक और शिक्षिकाओं के अड़ियल रवैया के चलते वार्ता विफल रहा, जिससे कई संगठनों ने इस आंदोलन से अपना समर्थन वापस ले लिया है।"
उधर बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनंद पांडेय ने कहा कि कि "उन्होंने किसी भी शिक्षिका से दुर्व्यवहार नहीं किया है। फिर भी किसी को लगता है तो वह इसके लिए क्षमा भी मांग रहे हैं साथ ही उन्होंने विश्वास दिलाया कि आगे से ऐसा नहीं होगा। संविदाकर्मी के ऊपर लगे आरोपी की जांच कराई जाएगी, आरोप सही मिलने पर कारवाई होगी।"