Sonbhadra News : देर रात तक कार्यमुक्ति आदेश नहीं मिलने पर भड़के शिक्षक, किया प्रदर्शन
अंतरजनपदीय शिक्षकों को कार्यमुक्त आदेश देने में मनमानी का खेल चला, व्यवस्था फेल हो गई। अंतरजनपदीय तबादलों में कार्यमुक्ति आदेश मिलने में देरी होने पर शिक्षक भड़क उठे, जिसके बाद शिक्षकों ने बीएसए.....

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8:41 AM, June 5, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । अंतरजनपदीय शिक्षकों को कार्यमुक्त आदेश देने में मनमानी का खेल चला, व्यवस्था फेल हो गई। अंतरजनपदीय तबादलों में कार्यमुक्ति आदेश मिलने में देरी होने पर शिक्षक भड़क उठे, जिसके बाद शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर बेसिक शिक्षा अधिकारी पर मनमानी तरीके से काम करने का आरोप लगाया। शिक्षकों के आक्रोश के बाद बैकफुट पर आये बेसिक शिक्षा विभाग में देर रात तक शिक्षकों के रिलीविंग का काम चलता रहा। शिक्षकों का कहना था कि उन्हें कई सौ किमी0 दूर जाना है ऐसे में ज़ब तक कार्यमुक्ति आदेश नहीं मिलेगा वह कैसे वहाँ पहुँच पाएंगे और ज्वाइनिंग की आखिरी तारीख 5 जून ही शासन से निर्धारित है।
बताते चलें कि लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात 124 शिक्षकों का अंतर जनपदीय तबादला हुआ है। तबादले के बाद से ही शिक्षक रिलिविंग के लिए बीएसए कार्यालय में भटक रहे हैं। तरह-तरह के दस्तावेजों की प्रक्रिया के बाद बुधवार को सुबह से ही रिलिविंग आदेश पाने के लिए महिला-पुरुष शिक्षक कार्यालय पर जुटे रहे लेकिन कार्यालय में कर्मचारियों ने बीएसए के न होने की दलील देकर उन्हें इंतजार करने को कहा। वहीं ज़ब रात 10 बजे तक बीएसए कार्यालय नहीं पहुँचे तो शिक्षक भड़क उठे और उन्होंने कार्यालय के सामने ही बीएसए पर लापरवाही वा मनमानी का आरोप लगाकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान शिक्षकों ने दबी जुबान में सुविधा शुल्क के मांग किए जाने की बात भी स्वीकार की।
सुबह से ही नदारद रहे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी -
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनन्द पाण्डेय बुधवार क़ो कार्यालय नहीं पहुँचे जबकि शिक्षक सुबह से बीएसए कार्यालय पहुँच अपनी कार्यममुक्ति आदेश क़ो लेने के लिए परेशान दिखें। कार्यलय में शिक्षकों क़ो बताया गया कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आज कमिश्नर की मीटिंग में मिर्जापुर गए हैं चार बजे तक आ जायेंगे लेकिन उमस भरी गर्मी में बुधवार सुबह से बीएसए कार्यालय में डटे शिक्षकों क़ो ज़ब देर शाम तक बीएसए नहीं आये और उन्हें कार्यमुक्ति आदेश नहीं मिला तो सभी शिक्षकों का धैर्य जवाब दे गया और वह अपनी समस्या लेकर शाम सात बजे सीडीओ आवास पहुंचे, लेकिन यहां भी कोई बात नहीं बन सकी। जिसके बाद सभी शिक्षक वापस बीएसए कार्यालय लौट आये और बीएसए के आने का इंतजार करने लगे लेकिन ज़ब देर रात तक बीएसए नहीं आये तब एक बार फिर शिक्षकों का गुस्सा फुट पड़ा और उन्होंने कार्यालय गेट पर ही नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
क्या बोले शिक्षक -
इसमें कई ऐसे शिक्षक भी रहे, जो दूरदराज से आए थे। महिला शिक्षकों के साथ उनके छोट-छोटे बच्चे भी थे। शिक्षक अनुज मौर्य, पूनम, अंश यादव, दीपक, प्रीति वर्मा, आशुतोष, गरिमा सिंह, अंकित सिंह आदि का कहना है कि वह इस भीषण गर्मी में अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ सुबह से ही मौजूद हैं, उनमें से हर किसी क़ो संभल, बदायूँ, बाँदा, कुशीनगर जाना है जो सोनभद्र से सैकड़ों किमी दूर है लेकिन रात 10 बजे तक उन्हें रिलिविंग आर्डर नहीं मिल पाया है, पांच जून तक नए स्थल पर कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश मिला है यदि समय से नहीं पहुंचे तो ज्वाइनिंग नहीं हो पाएगी। उन्होंने दबी जुबान में सुविधा शुल्क के मांग की भी बात स्वीकार की।
वहीं ज़ब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनन्द पाण्डेय से उनके सीयूजी नंबर पर बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नॉट रिचेबल मिला।