Sonbhadra News : खाद की खाली बोरी और हल लेकर सपा ने किया अनोखा प्रदर्शन
आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिला सचिव प्रमोद यादव के नेतृत्व में किसानों की समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट पर अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला सचिव प्रमोद यादव ने अपने कंधे पर हल...

खाद kकी कालाबाजारी को लेकर प्रदर्शन करते सपाई....
sonbhadra
6:06 PM, August 19, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । आज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिला सचिव प्रमोद यादव के नेतृत्व में किसानों की समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट पर अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला सचिव प्रमोद यादव ने अपने कंधे पर हल रखकर और खाद की बोरियों के साथ प्रदर्शन किया। इस दौरान सपाइयों ने खाद की कमी और कालाबाजारी को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
प्रदर्शन के दौरान जिला सचिव प्रमोद यादव ने कहा कि "समाजवादी पार्टी लगातार जन चौपाल आयोजित कर रही है, जिनमें किसानों की परेशानियां सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आ रही हैं। किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं और कालाबाजारी चरम पर है। उन्होंने कहा कि शासन और सत्ता के विधायक व जनप्रतिनिधि किसानों के प्रति बिल्कुल जागरूक नहीं हैं, बल्कि खनन कार्यों में लिप्त हैं। ऐसे में सपा कार्यकर्ता सोई हुई सरकार को जगाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने मांग किया कि खाद की कालाबाजारी बंद हो और अन्नदाताओं को समय से खाद उपलब्ध कराया जाए, अन्यथा समाजवादी कार्यकर्ता व्यापक आंदोलन करने को बाध्य होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार 50% खाद खुद ले रही है, जिससे प्राइवेट दुकानों को खाद नहीं मिल पा रही। सहकारी समितियों की दुकानें केवल सुबह 11 से शाम 5 बजे तक खुल रही हैं, जिसके चलते किसान लंबी लाइनों में खड़े रहने को मजबूर हैं।"
सपा के वरिष्ठ नेता बचोले पटेल ने कहा कि "किसान यूरिया के लिए भटक रहे हैं।"
नगर अध्यक्ष सरदार परब्रह्म सिंह ने भी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि "विधायक और मंत्री खनन कार्यों में व्यस्त हैं, जबकि किसान खाद, बिजली और पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।"
पूर्व नगर सचिव मनीष त्रिपाठी ने कहा कि "सरकार किसानों की आय दोगुनी करने में विफल रही है। उन्होंने दावा किया कि आगामी चुनाव में किसान, नौजवान और व्यापारी मिलकर सरकार को सत्ता से बाहर करेंगे।"
कार्यक्रम का संचालन अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष फारूख अली जीलानी ने किया। इस मौके पर गोपाल धांगर, लालू यादव, बाबूंदार धांगर, लक्ष्मण प्रसाद मौर्य, त्रिवेणी प्रसाद गुप्ता, मुन्ना कुशवाहा, सुरेश अग्रहरि और राजेश भारती मौजूद रहे।