Sonbhadra News : कोहरे की चादर में लिपटा सोनाँचल, ठण्ड से ठिठुरे लोग
सोनांचल में लगातार बढ़ रही ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रविवार की सुबह पूरा इलाका कोहरे की चादर में लिपटा रहा, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। सुबह सात बजे के बाद ही हल्की धूप निकल सकी....

sonbhadra
10:00 AM, December 15, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
० स्कूली बच्चों की फजीहत बढ़ी
० अभी भी ग्रामीण इलाकों में नहीं शुरू हो सका अलाव
सोनभद्र । देश के कई राज्यों में जहां कड़ाके की ठण्ड के साथ आज घने कोहरे की चादर देखने को मिला। वहीं कोहरे के कारण कई जगहों पर विजिबल्टी कम होने के कारण एक्सीडेंट की भी खबर है।
बात करें उत्तर प्रदेश के सोनभद्र की तो यहाँ पिछले दो दिनों से बादल की वजह से ठण्ड में जरूर कमी देखी जा रही है और न्यूनतम तापमान 10.5 रहा। दुद्धी, डाला, रावर्ट्गंज में कोहरे के कारण विजिबल्टी कम रही। जिसके कारण सड़कों पर गाड़ियों की रफ़्तार पर भी असर पड़ा है। सुबह काफी देर तक गाड़ियों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। ठण्ड व कोहरे की सबसे ज्यादा मार स्कूली बच्चों को झेलना पड़ा। बच्चे कांपते हुए स्कूल पहुंचे।
सोनांचल में लगातार बढ़ रही ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रविवार की सुबह पूरा इलाका कोहरे की चादर में लिपटा रहा, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। सुबह सात बजे के बाद ही हल्की धूप निकल सकी, लेकिन तब तक ठिठुरन भरी ठंड लोगों को बेहाल कर चुकी थी। ठंड के चलते गर्म कपड़ों में लोग लिपटे नजर आए। जिले में शनिवार की शाम से ही कोहरे का असर शुरू हो गया था। जिसके चलते 24 घंटे में ढाई डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान गिर गया। रविवार को अधिकतम तापमान 22.6 व न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
सोमवार की सुबह जब लोगों की नींद खुली तो कोहरे के साथ ही धुंध छाया हुआ था। घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई थी। मुख्य सड़कों के साथ ही ग्रामीण मार्गों पर भी वाहन चालकों को दिन में हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। कई स्थानों पर वाहन रेंगते हुए दिखाई दिए। सुबह-सुबह सफर करने वाले यात्रियों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा। ठंड बढ़ने का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों पर देखा गया। सुबह और शाम के समय गलन बढ़ने से लोग घरों में ही दुबके रहे। सार्वजनिक स्थानों, चौराहों और बाजारों में अलाव जलाकर लोग ठंड से बचाव करते दिखे। ऐसे में चिकित्सकों की तरफ से लोगों को सुबह-शाम सावधानी बरतने, गर्म कपड़े पहनने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों की ओर जाने वाले किसानों को भी कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा, जिससे सुबह के समय कृषि कार्य प्रभावित रहा। बाजारों और सड़कों पर आम दिनों की तुलना में कम चहल-पहल देखने को मिली। वहीं ठंड बढ़ने के साथ गर्म कपड़ों, कंबलों और हीटर की मांग में भी इजाफा हुआ है। दुकानदारों के अनुसार ऊनी कपड़ों की बिक्री में तेजी आई है।
मौसम विभाग के राजन सिंह के अनुसार, फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ठंड और कोहरा बने रहने की संभावना है। आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आ सकती है, जिससे गलन और बढ़ेगी।



