Sonbhadra News : विकास भवन में स्थापित हुआ प्लास्टिक बैंक, सिंगल यूज प्लास्टिक उन्मूलन को लेकर सीडीओ की अनूठी पहल
प्लास्टिक मुक्ति को लेकर मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी ने अनूठी पहल की है। विकास भवन को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्ति बनाने के लिए आज सीडीओ की अगुवाई में न सिर्फ विकास भवन और परिसर में साफ-सफाई....

सिंगल यूज प्लास्टिक उन्मूलन अभियान के तहत अधिकारीगण
sonbhdra
9:18 PM, January 23, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । प्लास्टिक मुक्ति को लेकर मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी ने अनूठी पहल की है। विकास भवन को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्ति बनाने के लिए आज सीडीओ की अगुवाई में न सिर्फ विकास भवन और परिसर में साफ-सफाई अभियान चलाया गया बल्कि कूड़ा प्रबंधन के लिए विभागवार बोरियाँ भी टांगी गईं साथ ही अभियान के दौरान मिली पानी की 1000 बोतलों से प्लास्टिक बैंक बनाया गया। वहीं, प्रयोग किए गए बोतलों से बनाए गए इस अनूठे कूड़ेदान में बोतल, प्लास्टिक, सीसा, गुटका के पन्नी स्थल सभी तरह के लगभग 20 कुंतल कूड़ा एकत्रित कर उसके सुरक्षित निस्तारण की प्रक्रिया शुरू की गई।
अब विभागों से निकला सिंगल यूज प्लास्टिक कचरा उनकी बोरियों में होगा इकट्ठा -
सीडीओ जागृति अवस्थी ने बताया कि "जहां पानी की बोतलों से बनाए गए प्लास्टिक बैंक में पानी के बोतल प्रयोग के बाद फेके जा सकेंगे। वहीं, कार्यालय से निकलने वाले सिंगल यूज प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन के लिए विकास भवन के एक दीवाल पर विभागवार बोरिया टांगी गईं हैं, जिसमें विभाग से निकले वाला प्लास्टिक कचरा इकट्ठा किया जायेगा। वहीं, विभागों में सफाई करने वाले कर्मचारियों की तरफ से सुबह जो भी प्लास्टिक, कागज और बोतल इकट्ठा करेंगे, उसे इसी बोरी में डालेंगे, जिन्हें सफाईकर्मी र्ई-रिक्शा के माध्यम से प्रत्येक तीन दिन में कूड़े को इकट्ठा कर आरआरसी पर निस्तारण के लिए ले जाया जायेंगे।"
सीडीओ जागृति अवस्थी ने कहा कि "विकास भवन परिसर को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त बनाए रखने के लिए जरूरी है कि यहां आने वाले सभी लोगों को इस बात के लिए जागरूक किया जाए कि वह गुटके के रैपर, प्लास्टिक और प्लास्टिक के बोतल को इधर उधर नहीं फेंके, उसको उचित स्थान पर निस्तारण के लिए डालें।"
सीडीओ ने विकास भवन के सभी विभाग में सिंगल यूज प्लास्टिक किया प्रतिबंधित -
सीडीओ ने कहा कि विकास भवन के सभी विभाग में सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंधित कर दिया गया है। विभाग के कार्यालय में प्लास्टिक की बोतल की जगह स्टील और कांच की बोतलें प्रयोग में लाने के निर्देश दिए गए हैं। समूह के जरिए जूट से फाइल और डॉक पैड तैयार कराए जा रहे हैं। दिवाल पर जो विभागवार बोरियाँ लगाई गई हैं, उसके जरिए यह भी निगरानी की जाएगी कि कौन सा विभाग सबसे ज्यादा प्लास्टिक/पानी की प्लास्टिक बोतल का प्रयोग कर रहा है। सबसे कम प्लास्टिक प्रयोग करने वाले विभाग को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
ये रहे मौजूद -
कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान, जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण, डीसी मनरेगा, सैनिक कल्याण अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर यादव, डीसी एनआरएलएम सरिता सिंह, अर्थ एवं संख्या अधिकारी अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।