Sonbhadra News : संदिग्ध परिस्थितियों में गई नवजात बच्ची की जान, प्रसूता ने डॉक्टरों व स्टाप पर लगाए गंभीर आरोप
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी में लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। अभी एक दिन पूर्व ही सीएचसी दुद्धी का मरीजों का वेटिंग हॉल में बगैर बेड के ग्लूकोज चढ़ाने का वीडियो वायरल हुआ था जिसकी जाँच....

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12:11 AM, July 28, 2025
आनन्द कुमार चौबे/रमेश यादव (संवाददाता)
सोनभद्र । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी में लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। अभी एक दिन पूर्व ही सीएचसी दुद्धी का मरीजों का वेटिंग हॉल में बगैर बेड के ग्लूकोज चढ़ाने का वीडियो वायरल हुआ था जिसकी जाँच सीएमओ द्वारा की जा रही थी कि आज एक नवजात बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने स्वास्थ्य महकमे के दावों की एकबार फिर पोल खोल दी। नवजात बच्ची की मौत के बाद रविवार को अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। प्रसूता ने एक तरफ जहाँ सीएचसी प्रशासन पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया। वहीं दूसरी तरफ अपने पति और ससुराल वालों पर भी उपेक्षा का आरोप लगाया। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है।
दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के बिडर गांव निवासी फूलवंती देवी (29वर्ष) पत्नी रंगबहादुर ने शुक्रवार शाम सीएचसी दुद्धी में एक बच्ची को जन्म दिया था। डिलीवरी के बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी। फूलवंती के अनुसार, अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सों को ढूंढने की काफी कोशिश की, लेकिन कोई नहीं मिला। ऐसे में मजबूरी में बच्ची को निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां शनिवार को उसकी मौत हो गई। महिला ने बताया कि बच्ची की मौत के बाद उन्होंने अपनी मायके से आई मां के साथ शव को अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया। जब यह बात ससुराल वालों को पता चली तो ससुर और अन्य परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर बच्ची को गायब किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
प्रसूता फूलवंती ने बताया कि उसे न तो पति का साथ मिला और न ही सास-ससुर का। चार बेटियों की माँ होने के कारण परिवार से हमेशा ताने मिलते रहे। इस बार भी जब उसने फोन कर सभी को बुलाया, तो किसी ने मदद नहीं की। मुंबई में रह रहे पति अनिल पटेल ने फोन पर यहां तक कह दिया कि मर जाओ, हमें कोई मतलब नहीं। मामले की जानकारी मिलते ही डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे प्रकरण की छानबीन में जुट गई।
इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक डॉ0 शाह आलम अंसारी ने बताया कि "महिला ने शुक्रवार को सुबह 8:55 बजे एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया था, जिसका वजन साढ़े तीन किलो था। अस्पताल की ओर से किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई है। मामला घरेलू विवाद का प्रतीत हो रहा है, जिसमें कुछ अनहोनी की आशंका है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।"
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि "एक परिवार द्वारा शिकायत की गई कि उसके नवजात जन्मे बच्चों को मरा हुआ बात कर कहीं दफना दिया गया है जिसकी सूचना हम लोगों को नहीं हुई है हमें नवजात बच्चे का शव दिखा दिया जाए जिससे हमें संतुष्टि हो सके। पुलिस ने लौवा नदी सिद्धेश्वर मंदिर के आगे दफन हुए शव की खोजबीन की लेकिन शव प्राप्त नहीं हुआ। प्रसूता की मां व सास से पूछताछ की जा रही है।"