Sonbhadra News : सेवानिवृत्ति पर बिल लिपिक श्रीराम गिरी को दी गयी भावभीनी विदाई
जिलाधिकारी बी0एन0 सिंह की अध्यक्षता मेें आज कलेक्ट्रेट सभागार में बिल लिपिक श्रीराम गिरी की सेवा के वर्ष पूर्ण होने पर भाव भीनी विदाई दी गयी। इस दौरान कलेक्ट्रेट सभागर में डीएम ने उपस्थित अधिकारियो...

सेवानिवृत होने पर बिल लिपिक को बधाई देते डीएम बी0एन0सिंह.....
sonbhadra
7:41 PM, December 31, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । जिलाधिकारी बी0एन0 सिंह की अध्यक्षता मेें आज कलेक्ट्रेट सभागार में बिल लिपिक श्रीराम गिरी की सेवा के वर्ष पूर्ण होने पर भाव भीनी विदाई दी गयी। इस दौरान कलेक्ट्रेट सभागर में डीएम ने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिल लिपिक श्रीराम गिरी जी का कार्यकाल काफी सराहनीय रहा, इनको शासकीय सेवा में जो भी जिम्मेदारियां दी गयी उसका निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ किया। इन्होंने अपनी सेवा के दौरान कर्मचारियों के रिटार्यमेण्ट होने पर उनके देयकों का भुगतान समय से करने का कार्य किया। विदाई का क्षण वास्तव में काफी दुःखदायी होता है, जो व्यक्ति सरकारी सेवाओं में आया है, एक दिन सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होना होता है यह सतत चलने वाली प्रक्रिया है जो व्यक्ति जिस दिन सरकारी सेवा में आता है उसी दिन उसके सेवा निवृत्ति की तिथि निर्धारित हो जाती है उनके सेवा निवृत्त के फलस्वरूप विदाई देते वक्त मन भावुक हो जाता है।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 वागीश कुमार शुक्ला, अपर जिलाधिकारी न्यायिक रमेश चन्द्र, डिप्टी कलेक्ट्रेट मुख्यालय प्रदीप कुमार यादव, डिप्टी कलेक्ट्रेट सुरेश कुमार राय, प्रशासनिक अधिकारी रामलाल यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने अंग वस्त्रम स्मृति चिन्ह देकर एवं माल्यार्पण कर श्रीराम गिरी बिल लिपिक को सम्मानित करते हुए उनके अच्छे स्वास्थ्य व उज्जव भविष्य की कामना की।
इस मौके पर उपस्थित अधिकारीगण एंव कर्मचारिगण ने बिल लिपिक का माल्यापर्ण जिला सूचना विज्ञान अधिकारी निजामूद्दीन, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह, ई0डी0एम0 दिव्यतोष मिश्रा, राजीव कुमार शुक्ला, राम अधार ओ0एस0डी0 जिलाधिकारी, उमानाथ पाण्डेय सामान्य लिपिक, अनन्त राम स्टोनो, अमूल्य वर्मा, नाजिर कलेक्ट्रेट बाबू लाल, ओमकार यादव प्रशासनिक अधिकारी, मूरारी गिरी सत्यापन लिपिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सुरेश पाठक ने किया।



