Sonbhadra News :दुद्धी की बिटिया राजनंदिनी द्वारा प्रधानमंत्री पर लिखी गई पुस्तक का दिल्ली में लोकार्पण
देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक से लेकर देश के प्रधानमंत्री के रूप में जनजातीय समाज से गहरे जुड़ाव, जनजातीय समाज के साथ तथा जनजातीय समाज के उत्थान हेतु किए

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7:18 PM, December 17, 2025
रमेश (संवाददाता)दुद्धी, सोनभद्र। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक से लेकर देश के प्रधानमंत्री के रूप में जनजातीय समाज से गहरे जुड़ाव, जनजातीय समाज के साथ तथा जनजातीय समाज के उत्थान हेतु किए गए ऐतिहासिक प्रयासों और समावेशी विकास की दृष्टि को केंद्र में रखकर दुद्धी की बिटिया राजनंदिनी द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘वनबंधु नरेंद्र मोदी : जनजातीय उत्कर्ष के संवाहक’ का भव्य लोकार्पण 16 दिसंबर को नॉर्थ एवेन्यू, नई दिल्ली में संपन्न हुआ।
यह पूरे प्रदेश व जिले के लिए हर्ष का विषय है कि दुद्धी निवासी डॉ. विनय कुमार व ज्योत्सना देवी की सुपुत्री राजनंदिनी द्वारा लिखित व प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में श्री नरेंद्र मोदी के जीवन के उन पक्षों को रेखांकित किया गया है, जहाँ उन्होंने जनजातीय समाज को केवल राजनीति का विषय नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का सहभागी माना।
राजनंदिनी व सार्थक द्वारा लिखित इस पुस्तक के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय समाज के आत्मसम्मान, संस्कृति और अधिकारों को राष्ट्रीय विमर्श के केंद्र में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि लेखन कार्य बहुत कठिन कार्य होता है। आज युवा राष्ट्र को ध्यान में रखकर लिख रहे हैं । यह बहुत अच्छी बात है। दोनों लेखकों को बहुत बहुत बधाई। यही युवाओं का विचार विकसित भारत का निर्माण करेगा। विकसित भारत बनाने में युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। इस तरह के विचार, सोचना विकसित राष्ट्र के आधार बनते हैं। यह सम्पूर्ण कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संघठक, श्री वी. सतीश जी के सान्निध्य में संपन्न हुआ।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री किशोर मकवाणा ने पुस्तक को जनजातीय नीति, नेतृत्व और संवेदनशील शासन का प्रामाणिक दस्तावेज बताया और कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी का एक ही विजन है कि समाज के अंतिम पायदान पर व्यक्ति का विकास कैसे हो। वहीं केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने कहा कि लेखकीय प्रेरणा मां सरस्वती की कृपा से प्राप्त होता है। लेखकद्वय ने यह पुस्तक इसी कृपा से रचना की है।
लेखकों ने लोकनायक, लोक युग दृष्टा मोदी जी के कृतित्व,व्यक्तित्व को ध्यान में रखते हुए पुस्तक की रचना हुई है। भारत की राष्ट्रपति जनजातीय महिला है। पहली बार जनजाति समाज की बहिन को सर्वोच्च पद पर बैठना भारतीयता की पहचान है।केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा कि यह पुस्तक जनजातीय समाज के प्रति प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण, नीति और संवेदना को सरल भाषा में जन-जन तक पहुँचाने का सशक्त माध्यम है।
कार्यक्रम का संचालन प्रभात प्रकाशन के निदेशक प्रभात कुमार ने किया।
लेखक सार्थक शुक्ला व राजनंदिनी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह पुस्तक जनजातीय समाज के उत्कर्ष को केवल सरकारी योजनाओं के माध्यम से नहीं, बल्कि सांस्कृतिक सम्मान, नेतृत्व निर्माण और आत्मनिर्भरता की प्रक्रिया के रूप में प्रस्तुत करती है।
यह सम्मान की बात है कि इन युवा लेखकों के उत्साह को बढ़ाने के लिए केद्रीय सरकार के 4 केंद्रीय मंत्री मंच पर एकसाथ विराजमान थे। पुस्तक लेखन के इस कार्य के माध्यम से राजनंदिनी ने पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। अपने उद्बोधन में भी उन्होंने स्थानीय सांस्कृतिक चेतना का जिक्र कर सभी माननीय अतिथियों को दुद्धी से परिचित कराया, राष्ट्रीय स्तर पर दुद्धी का नाम अपनी लेखन के माध्यम से पहुंचाने पर पूरे जनपद में हर्ष का माहौल है लोग फोन, संदेश, व्हाट्स एप, सोशल मीडिया इत्यादि कई माध्यमों से राजनंदिनी को बधाई दे रहे हैं।



