Sonbhadra News : विभिन्न मांगों क़ो लेकर आशा कार्यकर्तियों ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
बदायूं में टीकाकरण के बाद घर लौट रही आशा कार्यकर्ती से सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या से आक्रोशित सोनभद्र की आशा कार्यकर्तियों नेजिलाध्यक्ष जानकी देवी के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर जमकर नारेबाजी.....

विभिन्न मांगों क़ो लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करती आशा कार्यकर्ती......
sonbhadra
10:19 PM, June 9, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । बदायूं में टीकाकरण के बाद घर लौट रही आशा कार्यकर्ती से सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या से आक्रोशित सोनभद्र की आशा कार्यकर्तियों नेजिलाध्यक्ष जानकी देवी के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री क़ो सम्बोधित 8 सूत्रीय ज्ञापन डीएम कार्यालय में सौंपा। इस दौरान आशाओं ने आरोपियों के शीघ्र गिरफ्तारी व फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में त्वरित न्याय तथा पीड़ित परिजनों क़ो 50 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग की।
ये हैं प्रमुख मांगें -
इस दौरान जिलाध्यक्ष तारा देवी ने आरोप लगाया कि "जिले के सीएचसी, पीएचसी और पीसीसी में प्रसूताओं से अवैध वसूली हो रही है। अंधाधुंध वसूली और अव्यवस्था से गर्भवतियों के परिजन इस कदर आजिज हैं कि वो आशाओं के किसी सलाह को दरकिनार कर निजी चिकित्सालयों का रुख करते हैं। अगर कोई गड़बड़ी होती है तो आशाओं पर मुकदमा कर दिया जाता है।"
आशाओं ने लगाया नगरीय बीपीएम व बीसीपीएम पर अवैध वसूली का आरोप -
प्रदर्शन के दौरान आशाओं ने आरोप लगाया कि जुलाई 2019 से 31 मार्च 2022 तक की आशा कर्मियों की प्रोत्साहन राशि, समसामयिक लिए गए योगदानों का भुगतान डीपीएम कार्यालय के जरिए नहीं किया गया है। हजारों पत्र भेजने के बावजूद भुगतान की मांग को निरंतर अनसुना किया जा रहा है। वहीं वित्तीय वर्ष 2024-2025 में राष्ट्रीय अभियानों में योगदान सहित राज्यांश, अन्य योगदानों का बड़ा हिस्सा भुगतान नहीं किया गया है। आशाओं ने चतरा, नगवाँ के बीसीपीएम और नगरीय बीपीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि विभिन्न योजनाओं में आशाओं पर दबाव बनाकर अवैध धन की मांग की जाती है और नहीं देने पर काम से निकलवाने की धमकी दी जाती है। आशाओं ने जाँच कराकर इन पर कड़ी कार्यवाही की भी मांग की है। जिले की आशा, संगिनी कर्मियों की सुरक्षा की गारंटी के लिए डीएम और एसपी को जवाबदेह बनाने की मांग की गई। वहीं नवसृजित ब्लॉक कोन के अंतर्गत आयोजित स्वास्थ्य सेवाओं क़ो विकास खंड नगवाँ से हटाकर कोन में समाहित किया जाए।
ये रही मौजूद -
इस मौके पर जानकी देवी, सचिव नीरा देवी, मीना, विमला देवी, अनिता, नीशा देवी, ललिता देवी, रूपम देवी, सुनीता, निरुपमा देवी, अमला देवी, चिंता देवी, फूलवंती देवी, राधिका, सुमन कुमारी सहित बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ती मौजूद रही।