Sonbhadra News : बर्ड फ्लू रोकथाम के लिए पशु पालन व स्वास्थ्य विभाग हुआ सतर्क
बर्ड फ्लू से प्रदेश के कई शहरों में पशु-पक्षियों की मौत होने के चलते जिले में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और पशुपालन विभाग ने संयुक्त रूप से निगरानी..

sonbhadra
6:55 AM, May 17, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । बर्ड फ्लू से प्रदेश के कई शहरों में पशु-पक्षियों की मौत होने के चलते जिले में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और पशुपालन विभाग ने संयुक्त रूप से निगरानी अभियान शुरू किया गया है, जिससे किसी भी संभावित संक्रमण को समय रहते नियंत्रित किया जा सके।
संदिग्ध सैंपल को जाँच के लिए भेजा जा रहा प्रयोगशाला -
बताते चलें कि जनपद में सरकार द्वारा पोषित 8 तथा निजी 10 से अधिक मुर्गी फार्म हैं। शासन के निर्देशों के अनुपालन में विभाग की टीमों को ग्रामीण और शहरी इलाकों में सक्रिय किया गया है। ये टीमें मुर्गी फार्म और गोशाला की स्थिति पर नजर रख रही हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, जिले में पक्षियों की असामान्य मौत की सूचना पर त्वरित जांच की जा रही है और संदिग्ध नमूनों को प्रयोगशाला भेजा जा रहा है और रिपोर्ट आने तक संबंधित क्षेत्र को निगरानी में रखा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अब तक किसी भी नमूने में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एहतियातन सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग भी हुआ अलर्ट मुख्य -
मुख़्य चिकित्साधिकारी डॉ0 अश्वनी कुमार ने बताया कि "मानव स्वास्थ्य पर खतरे को देखते हुए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट कर दिया गया है। यदि किसी व्यक्ति में बुखार, सांस की समस्या या पक्षियों के संपर्क में आने का इतिहास मिलता है तो तुरंत जांच की जाएगी। जनता से अपील की गई है कि मरे हुए पक्षियों से दूरी बनाए रखें। किसी भी संदिग्ध स्थिति की जानकारी तुरंत संबंधित विभाग को दें।"
लोग बरतें सावधानी -
जिन लोगों ने अपने घरों या बालकनी में पक्षियों का बसेरा बना रखा है या घरों में पक्षियों को आसरा दे रखा है उन्हें भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। उन लोगों को भी सतर्कता बरतनी होगी जिन्होंने घरों पर पक्षियों के लिए पात्र रखे हैं और पक्षी उन पर आकर ना केवल पानी पीते हैं, बल्कि खासा समय भी बिताते हैं। लोगों से कहा गया है कि अगर कोई बीमार पक्षी दिखता है या कोई पक्षी घर के आसपास मृत अवस्था में मिलता है, तो सतर्कता बरतें।
क्या है यह बीमारी -
सीवीओ डॉ0 अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लुएंजा भी कहा जाता है। यह एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से पक्षियों में फैलता है। कुछ प्रकार के बर्ड फ्लू वायरस इंसानों को भी संक्रमित कर सकते हैं, जैसे एच5एच1 और एच7एन9।
गोशालाओं में आवाजाही पर रोक -
सीवीओ ने बताया कि कान्हा गोशाला व अन्य गोशाला में लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। पशुओं का चारा गोशाला के बाहर भी रखवाया जाता है। गोशाला कर्मचारी ही गोवंश को चारा खिलाएगा।
अच्छी तरह से पकाकर खाएं पोल्ट्री उत्पाद -
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि "मुर्गी फार्म और गौशालाओं पर निगरानी बढ़ा दी गई है। बर्ड फ्लू की सूचना पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा। लोगों से अपील की जा रही है कि मृत पक्षियों के संपर्क से बचें, पोल्ट्री उत्पादों को पूरी तरह पकाकर खाएं, नियमित रूप से हाथ धोएं। फार्म कर्मियों को मास्क व दस्ताने पहनना चाहिए तथा सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। बुखार, खांसी, गले में दर्द, मांसपेशी दर्द, सांस में दिक्कत, सिरदर्द, थकावट आदि लक्षण दिखने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।"