Sonbhadra News : जिले में भीषण गर्मी को देखते हुए प्रशासन अलर्ट, एडवाइजरी जारी
जिले में तापमान तेजी से बढ़ रहा है । बढ़ते तापमान को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गयी है। गुरुवार को जिले का अधिकतम तापमान 39.2 रहा जबकि न्यूनतम 20.0 है।

sonbhadra
7:49 PM, March 27, 2025
शान्तनु कुमार
सोनभद्र । जिले में तापमान तेजी से बढ़ रहा है । बढ़ते तापमान को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गयी है। गुरुवार को जिले का अधिकतम तापमान 39.2 रहा जबकि न्यूनतम 20.0 है। बढ़ते गर्मी को देखते गए जिला प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें बताया गया कि लोग गर्मी से कैसे बचाव करें और क्या करें तथा क्या न करें-
1- रेडियों, टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से स्थानीय मौसम एवं तापमान की जानकारी रखें।
2.पर्याप्त आर नियमित अन्तराल पर पानी पीते रहें। सफर में अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
3.खुद को हाइडेªटेड रखने के लिए ओ0आर0एस घोल, नारियल पानी, लस्सी, चावल का पानी, नींबू का पानी, छांछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थ का इस्तामाल करें।
4.हल्के रंग का ढीले-ढाले और सूती कपडे़ पहनें।
5.धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपडे़, टोपी या छाता का उपयोग करें।
6.कोविड अनुकूल व्यवहार का अपनाएं हांथों को साबुन और पानी से बार-बार धोए मॉस्क का प्रयोग एवं सामाजिक दूरी का पालन करें। नियोक्ता और कर्मचारी के लिये
7.कार्य स्थल पर ठंडा पेयजल उपलब्ध रखें।
8.कर्मचारियों को सीधी धूप मे काम करने से सावधान करें।
9.अत्यधिक परिश्रम वाले कार्यो को दिन के ठंडे समय मे निर्धारित करें।
10.खुले वातावरण या बाहरी गतिविधियों के लिए अवकाश की आवृति व समय में वृद्धि करें।
11.गर्भवती एवं ऐसे कर्मचारियों को जिन्हें चिकित्सा देख-भाल की जरूरत हो उनका अतिरिक्त ध्यान रखें। वृद्ध एवं संवेदनषील व्यक्तियों के लिये
12.अत्यधिक गर्माी/लू के दौरान दिन में कम से कम दो बार उनकी जॉच करें, विषेश रूप से जब वे अकेले हों।
13.सूनिश्चित करें कि उनके पास फोन हो।
14.यदि वे गर्मी से बेचैनी या तनाव महसूस कर रहे हों तो उन्हे ठंडक देने का प्रयास करें।
15.उन्हें ठंडे पानी से नहलाएं, उनके गर्दन, पेट एवं सिर पर बार-बार गीला तौलिया रखें।
16.ठंडा रखने की कार्यवाही के उपरान्त चिकित्सक या एम्बुलेंस की मदद लें।
17.उन्हे अपने पास हमेशा पानी की बोतल रखने के लिए प्रेरित करें। षिषुओं के लिए
18.उन्हें र्प्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ एवं पानी पिलाएं।
19.अत्यधिक गर्मी/लू के दौरान पशुओं में होने वाली बीमारियों के बारे में जाने ।
20.यदि बच्चों के पेशाब का रंग गहरा नजर आये तो समझ लें कि वह डिहाइडेªटेड (पानी की कमी) के शिकार हैं।
21.बच्चों को बिना निगरानी के पार्क की गयाी कार में अकेला न छोड़ें, वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है जो बच्चों के लिये घातक हो सकती है।
पशुओं के लिए
1- जहां तक संभव हो, तेज गर्मी के दौरान जानवरों को घर के अन्दर रखें।
2- यदि उन्हें घर के भीतर रखा जाना संभव न हो तो उन्हें किसी छायादार स्थान में रखें, जहां वे आराम कर सकें । ध्यान रखें कि जहां उन्हें रखा गया हो वहां दिन भर छाया रहें।
3- जानवरों को किसी बंद गार्डेन शेड या गैराज में न रखें, क्योंकि गर्म दिन में इन्हे जल्दी गर्मी लग सकती है।
4 - ध्यान रखें कि आपके जानवरों को पीने के लिये साफ और ताजा पानी उपलब्ध हो, पानी को धूप में न रखें इससे पानी गरम हो जायेगा। दिन के समय उनके पानी में बर्फ का टुकडा ड़ालें जिससे पानी ठंडा रहे।
5- पीने के पानी के दो बर्तन रखें ताकि एक में पानी खत्म होने पर दूसरे बर्तन में भरे पानी को वो पी सकंे। 6- अपने पालतू जानवरों का खाना धूप में न रखें।
7- किसी भी परिस्थिति में जानवरों को वाहन में अकेला न छोडें।
अन्य सावधानियॉ
■ जितना हो सके घर के अंदर रहें।
■ अपने घर को ठंडा रखें। पर्दे, शटर या सनशेड का प्रयोग करें और रात मे खिड़कियां खुली रखें।
■ घर के निचली तलों पर रहने का प्रयास करें।
■ पंखे का प्रयोग करें, ठंडे पानी में नियमित स्नान करें। ■ कमजोरी, चक्क्र आने या बीमार महसूस होने पर तुरन्त डॉक्टर को दिखाए।
■ जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी दें।
क्या न करें
◆ तेज धूप मे विशेष रूप से दोपहर 12.00 बजे से 3.00 बजे के बीच बाहर जाने से बचें।
◆ भीषण गर्मी मे दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें।
◆ तेज धूप में नगंे पंाव घर से बाहर न जाये।
◆ दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाये रखने के लिये खिड़की व दरवाजे खुली रखें।
◆ शराब, चाय, कॅाफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय पदार्थ का सेवन करने से बचें क्योकि ये शरीर को निर्जलित करते है।
◆ उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचंे और बासी भोजन न करे।
◆ पार्क किये गये वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोडें-क्योंकि वे लू से प्रभावित हो सकते है।