Sonbhadra News : 70 साल का दूल्हा 67 साल की दुल्हन, पहले कहा- I Love You फिर पहनायी वरमाला
आज जहाँ चंद गलतफहमियों और छोटी मोटी तकरार की वज़ह से पति-पत्नी के रिश्तों में दरार आ जाती है यहाँ तक की कई रिश्ते टूट भी जा रहे हैं, वहीं रविवार क़ो एक जोड़े ने अपनी वैवाहिक वर्षगांठ की गोल्डन जुबली.....

एक-दूसरे क़ो वरमाला पहनाते मिस्टर एंड मिसेज़ श्रीवास्तव.....
sonbhadra
10:45 PM, July 7, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । आज जहाँ चंद गलतफहमियों और छोटी मोटी तकरार की वज़ह से पति-पत्नी के रिश्तों में दरार आ जाती है यहाँ तक की कई रिश्ते टूट भी जा रहे हैं, वहीं रविवार क़ो एक जोड़े ने अपनी वैवाहिक वर्षगांठ की गोल्डन जुबली मनाकर लोगों क़ो यह संदेश दिया कि यदि पति-पत्नी ठान लें तो विपरीत हालातों से लड़कर एक खुशहाल परिवार का निर्माण कर सकते हैं।
50 वर्षों से निभा रहे एक-दूसरे का साथ -
फिल्म 'प्रेम गीत' का एक गाना आपने जरूर सुना होगा। 'होंठों से छूलो तुम, मेरा गीत अमर कर दो.....'इस गाना में एक लाइन है जिसके बोल हैं 'न उमर की सीमा हो, न जनम का हो बंधन, जब प्यार करे कोई, तो देखे केवल मन.....1981 में आयी इस फिल्म का यह गाना सोनभद्र के 70 वर्षीय रमेश श्रीवास्तव और 67 वर्षीय मंजू देवी पर सटीक बैठता है। इतनी ज्यादा उम्र होने के बाद भी इन दोनों में कभी प्यार कम नहीं हुआ। यही कारण है कि दोनों कपल्स ने अपना गोल्डन जुबली एनिवर्सरी मनायी। दोनों 50 साल से एक दूसरे का हाथ थामे हैं।
एक बार फिर बने दूल्हा-दुल्हन -
70 रमेश श्रीवास्तव और 67 वर्षीय मंजू देवी एक बार फिर दूल्हा-दुल्हन बने। रॉबर्ट्सगंज नगर के विवेकानंद प्रेक्षागृह के में यह एनिवर्सरी की खूब चर्चा हो रही है। शादी की 50वीं सालगिरह पर बुजुर्ग दंपति दूल्हे-दुल्हन की जोड़े में नजर आए। पूरी इवेंट पार्टी के साथ उन्हें एंट्री कर जयमाला स्टेज पर लाया गया. पहले दोनों ने एक दूसरे से प्यार का इजहार किया और फिर वरमाला पहनायी।
निश्छल प्रेम का उदाहरण -
इस अनूठी एनिवर्सरी के पीछे बुजुर्ग दंपति के दो बेटे और तीन बेटियों का बड़ा योगदान रहा। इन पांचों ने मिलकर अपने माता-पिता को तोहफा देने के लिए इस तरह की पार्टी की। आज के दौर में जहां शादियां छोटी-मोटी बातों के लिए टूट जाती है वहीं मिस्टर एंड मिसेज श्रीवास्तव ने साबित कर दिया कि निश्छल प्रेम एक दूसरे के प्रति हो तो सात जन्म की कसम भी सफल हो जाती हैं।
संघर्ष भरा रहा जीवन -
जानकार बताते हैं कि बुजुर्ग दंपति ने काफी संघर्ष भरा जीवन गुजारे। रमेश श्रीवास्तव कचहरी में स्टाम्प बेचकर जहाँ अपने दोनों बेटों को लायक बनाया, वहीं बेटियों की भी अच्छे घरों में शादियां की।
झूमा पूरा परिवार -
इस आयोजन में काफी संख्या में लोगों को आमंत्रित किया गया था, देर रात तक पार्टी चलती रही. जहां परिवार के लोग जमकर नाचे, दूसरी ओर आमंत्रित लोगों ने भी पूरा आनंद लिया और जमकर थिरके। सोशल मीडिया पर भी खूब वीडियो और तस्वीर शेयर किए जा रहे हैं।
खुशहाल परिवार -
मिस्टर एंड मिसेज़ श्रीवास्तव ने कहा कि "प्रेम की डोर से दांपत्य रिश्ते मजबूत होते हैं। यदि पति-पत्नी मिलकर चाहे तो किसी भी विपरीत हालातों से लड़ सकते हैं, परिस्थिति को अनुकूल बना सकते हैं। हमारी जिंदगी में भी यह रहा, हम लोगों ने विपरीत हालातों को अनुकूल बनाया और आज हम खुशहाल परिवार है।"