Sonbhadra News : 35 हजार मनरेगा मजदूरों की खाली है झोली, कैसे मनाएं होली
मनरेगा कर्मियों और इस योजना में काम करने वाले मजदूरों के लिए होली बेरौनक है। कर्मियों को छह माह से मानदेय नहीं मिला है तो 35 हजार मजदूर भी महीनों से मजदूरी के इंतजार में हैं। अब जब होली का त्योहार...

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7:04 AM, March 13, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । मनरेगा कर्मियों और इस योजना में काम करने वाले मजदूरों के लिए होली बेरौनक है। कर्मियों को छह माह से मानदेय नहीं मिला है तो 35 हजार मजदूर भी महीनों से मजदूरी के इंतजार में हैं। अब जब होली का त्योहार सामने है तो जेब खाली रहने की चिंता सताने लगी है। मजदूरों का कहना है कि अपने समय पर जब मजदूरी नहीं मिलेगी तो ऐसा काम करने से क्या फायदा। वहीं मनरेगा कर्मियों ने भी सरकार से मानदेय की मांग की है।
एक दिन बाद होली है और होली क़ो लेकर चारों तरफ तैयारी जोरों पर है लेकिन जिले के 621 गांवों में मनरेगा के तहत तालाब खोदाई, चकरोड निर्माण, वन वाटिका सहित अन्य कार्य कराए गए हैं। पिछले चार महीनों से काम ठप है। इसके पीछे बजट का अभाव प्रमुख वजह है। मजदूरों को पिछली मजदूरी का भुगतान नहीं हाे पाया है, ऐसे में वह काम नहीं कर रहे।
लगातार ठेकेदार, प्रधान और रोजगार सेवक पर मजदूरी देने का दबाव बना रहे हैं, मगर उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। पूरे जिले से करीब मजदूरी का 21 करोड़ रुपये का बकाया है। मजदूरों को उम्मीद थी कि होली से पहले उन्हें मजदूरी मिलेगी तो वह अच्छे से त्योहार मना पाएंगे, लेकिन उनकी उम्मीदें टूट रही हैं।
मजदूरों के अलावा मनरेगा के तहत नियुक्त कर्मचारियों को भी छह माह मानदेय नहीं मिल रहा। पूरे जिले में करीब 450 परिवार प्रभावित हैं। इसमें रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक व अन्य कर्मी भी शामिल हैं।