संविधान से 'धर्मनिरपेक्ष' हटाने की मांग पर सियासी घमासान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले द्वारा संविधान की प्रस्तावना से "समाजवादी" और "धर्मनिरपेक्ष" शब्द हटाने की बात कहे जाने के बाद देश की सियासत में नया बवंडर खड़ा हो गया है।

delhi
11:07 PM, June 27, 2025
■ संविधान पर संघ की टिप्पणी से विवाद गहराया, विपक्ष ने उठाए सवाल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले द्वारा संविधान की प्रस्तावना से "समाजवादी" और "धर्मनिरपेक्ष" शब्द हटाने की बात कहे जाने के बाद देश की सियासत में नया बवंडर खड़ा हो गया है। इस बयान के बाद से विपक्षी दल लगातार RSS और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साध रहे हैं।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि RSS और BJP की मंशा संविधान को कमजोर करने की है। उन्होंने कहा कि "इन लोगों को संविधान नहीं, बल्कि मनुस्मृति चाहिए।" राहुल गांधी के इस बयान से राजनीतिक बयानबाज़ी और तेज हो गई है।
विपक्षी दलों का कहना है कि संविधान भारत के लोकतांत्रिक ढांचे की आत्मा है और इसमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ स्वीकार्य नहीं होगी। वहीं, भाजपा और संघ से जुड़े संगठनों की ओर से फिलहाल कोई औपचारिक सफाई नहीं दी गई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा आने वाले समय में और गरमाएगा, खासकर तब जब देश चुनावी माहौल की ओर बढ़ रहा है।