यूपी में अधिकारियों की मनमानी से त्रस्त एक और विधायक का वीडियो वायरल, विधायक का छलका दर्द
सोनभद्र में बीजेपी से सदर विधायक का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बीजेपी से सदर विधायक भूपेश चौबे सड़क को लेकर पीडब्लूडी के एक्सईएन को फटकार लगाते नजर आ रहे हैं ।

एक्सईएन को फटकार लगाते सदर विधायक भूपेश चौबे
sonbhadra
2:07 PM, July 28, 2025
शान्तनु कुमार
उत्तर प्रदेश में अधिकारियों की मनमानी से जनता ही नहीं जनप्रतिनिधि भी परेशान चल रहे हैं । पहले जनता का आरोप था कि अधिकारी उनकी नहीं सुन रहे हैं । लेकिन अब यही आरोप जनप्रतिनिधि भी लगाते नजर आ रहे हैं। योगी सरकार में ऊर्जा मंत्री हों या फिर राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला व विधायक नंद कुमार गुर्जर का वीडियो पहले ही वायरल हो चुका है, जिसमें मंत्री-विधायक अधिकारियों से त्रस्त नजर आ रहे हैं । हाल ही में ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने सोशल प्लेटफार्म X पर एक एक्सईएन का ऑडियो वायरल कर अपना दर्द साझा किया था।
अब इसी कड़ी में सोनभद्र में बीजेपी से सदर विधायक का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बीजेपी से सदर विधायक भूपेश चौबे सड़क को लेकर पीडब्लूडी के एक्सईएन को फटकार लगाते नजर आ रहे हैं । विधायक भूपेश चौबे का आरोप है कि एक्सईएन अपनी मनमानी कर रहे हैं और उनके प्रस्ताव को काटकर मनमानी तौर पर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने का काम कर रहे हैं । उनका कहना है कि यदि अधिकारी बात नहीं मान रहे हैं तो उसका इलाज किया जाएगा ।
वहीं जब पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने बाइट देने से मना कर दिया । लेकिन इस बात पर अडिग दिखे कि जिस सड़क की बात हो रही है वह उनके खण्ड में नहीं आता। इससे साफ है कि विधायक के फटकार का एक्सईएन पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा ।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब सूबे के कैबिनेट मंत्री व राज्यमंत्री खुद अधिकारियों का इलाज कर पाने में खुद को असमर्थ महसूस कर रहे हैं तो सोनभद्र के सदर विधायक किस तरह से अधिकारियों का इलाज कर पाएंगे यह तो देखने वाली बात है। लेकिन इन सब वाकया को देखकर यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि योगी सरकार के अंदर खाने में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है और जनप्रतिनिधि अपनी इज्जत बचाने में लगे हुए हैं । यही कारण है कि विपक्ष लगातार इन सब घटनाओं को लेकर सरकार पर हमलावर है और तंज कसा रहा है ।
यहां बड़ा सवाल यह है कि जब सूबे में अधिकारियों के सामने मंत्री विधायकों की नहीं चल रही है तो आखिर जनता की क्या चलेगी ।