कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध तेज हो चुका है । धरना दे रहे पहलवानों ने मन बना लिया है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वे अपने मेडल गंगा में बहा देंगे । इसके लिए वे हरिद्वार पहुंच चुके है । इसमें विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, संगीता फोगाट, साक्षी मलिक सहित कई और पहलवान शामिल हैं। हालांकि, अब जो खबर आ रही है उसके मुताबिक पहलवान हर की पौड़ी से लौट रहे हैं। किसान नेता नरेश टिकैत के मनाने के बाद पहलवानों ने उन्हें अपने मेडल भी सौंप दिए हैं। नरेश टिकैत ने पहलवानों से 5 दिन का समय भी मांगा है।
किसान नेता नरेश टिकैत पहलवालों को मनाने की कोशिश की। वहीं, राकेश टिकैत ने पहलवानों से गलत कदम नहीं उठाने की बात कही है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि यह मेडल देश और तिरंगे की शान है। हमारा सभी पहलवानों से अनुरोध है कि ऐसा कदम मत उठाओ। आपने अपने खेल से देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। हमारा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जी से अनुरोध है कि मामले को संज्ञान में लेकर पहलवानों से जल्द बातचीत करें।
बता दें कि 28 मई को दिल्ली पुलिस ने इन पहलवानों को उस वक्त जंतर-मंतर से हटा दिया था जब ये सभी पहलवान नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर जंतर-मंतर से नई संसद तक मार्च निकालने जा रहे थे। दिल्ली पुलिस ने इन पहलवानों को बाद में हिरासत में भी लिया था । साथ ही इनपर दंगा करने की कोशिश की धाराओं समेत कई अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया था। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद कई पहलवानों ने ट्वीट किया था और कहा था कि हमारा संघर्ष यहीं खत्म नहीं होता है । हम आगे भी अपने हक के लिए लड़ते रहेंगे ।
पहलवान साक्षी मलिक ने अपने ट्वीट में लिखा था कि हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है, पुलिस हिरासत से छूटकर हम वापस जंतर-मंतर पर सत्याग्रह शुरू करेंगे । इस देश में अब तानाशाही नहीं, बल्कि महिला पहलवानों का सत्याग्रह चलेगा ।