शान्तनु कुमार
– अब सबकी निगाह कल की तारीख पर
खुद को कोर्ट से ऊपर समझने वाले दुष्कर्म के आरोपी दुद्धी विधायक रामदुलार गोंड़ जब कल कोर्ट में पेश हुए तब उन्हें सत्य का ज्ञान हुआ कि वे भले ही जनप्रतिनिधि हैं मगर अदालत से ऊपर नहीं । जब अपर सत्र न्यायाधीश द्वितीय की अदालत में विधायक को लगभग दो घण्टे कटघरे में खड़ा रहना पड़ा तब उन्हें इस बात का पछतावा जरूर हुआ होगा कि उन्हें फर्जी मेडिकल दिखाकर बैठक में नहीं जाना चाहिए था । और तो और उसी दिन अपने ट्विटर हैंडल से तस्वीरें नहीं डालनी चाहिए थी ।
एक सच यह भी है कि विधायक बनते ही रामदुलार का क्षेत्र में प्रभाव भी दिखने लगा है । जो अस्पताल व थाना कभी प्रधानपति रहते रामदुलार गोंड़ के खिलाफ मेडिकल व चार्जशीट बनाए आज विधायक बनते ही पलटी मारने लगे हैं। डॉक्टर ओपीडी पर्ची पर विधायक के नाम के आगे श्री व जी लगा रहे है तो म्योरपुर थाने की पुलिस कोर्ट के आदेश के वावजूद विधायक को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश नहीं किये, जिसे लेकर कोर्ट ने नाराजगी व्यक्त करते हुए अगली तारीख 25 जनवरी को पेश होने का आदेश दिया है।
सोमवार को विधायक रामदुलार गोंड़ की गिरफ्तारी वारंट भले ही खत्म कर दी गयी हो मगर उनकी मुश्किलें अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई हैं, कल यानि बुधवार को एक बार फिर विधायक रामदुलार गोंड़ की तारीख है। मगर अब देखने वाली बात यह है कि अपर सत्र न्यायाधीश द्वितीय की अदालत में जब म्योरपुर पुलिस पेश होती है तो विधायक को गिरफ्तार न करने के पीछे क्या दलील देती है।