शान्तनु कुमार/घनश्याम पांडेय
चोपन । प्रशासन विकास को लेकर कटिबद्ध है और लगातार विकास की समीक्षा भी कर रही है ताकि समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सके । चोपन ब्लाक के बड़गंवा में नदी के किनारे लोगों का जीवन बेहद कठिन है । बरसात के दिनों में लोगों को नदी पार करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है और जान जोखिम में भी डालना पड़ता है । इसी को देखते हुए लोगों की मांग पर प्रशासन ने ग्राम पंचायत से छलका बनाने का निर्णय लिया । लेकिन आप तस्वीरों में देख सकते है कि छलका निर्माण में किस तरह के मैटेरियल का इश्तेमाल किया जा रहा है और प्रशासन को गुमराह कर एक नम्बर का मैटेरियल का बता कर छलका बनाया जा रहा है । छलका निर्माण शुरू हुआ तो स्थानीय लोगों में खुशी का ठिकाना न था, लोगों को लगा कि प्रशासन ने उनकी सुन ली और इस बरसात में उन्हें बिना रिस्क के नदी पार करने को मिलेगा लेकिन ठीकेदार द्वारा काम शुरू हुआ तो उनकी खुशी निराशा में बदल गयी। ग्रामीणों ने घटिया मैटेरियल का विरोध शुरू कर दिया । ग्रामीणों का कहना है कि छलका निर्माण के लिए प्रशासन ने मैटेरियल का पैसा दिया है लेकिन ठीकेदार द्वारा लोकल मैटेरियल लगाया जा रहा है ।
ग्रामीणों का कहना है कि जिस लोकल मैटेरियल का प्रयोग किया जा रहा है यह बरसात में भी नहीं चलने वाला । स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से पूरे मामले की जांच कर इस कार्य को रोकने की मांग की है । ग्रामीणों का कहना है कि ठीकेदार को चेतावनी दिए जाने की जरूरत है कि इस तरह की घटिया मैटेरियल पाए जाने पर कार्यवाही के अलावा काम वापस लिए जा सकते हैं ।