आनंद कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । जिलाधिकारी के निर्देश पर इन दिनों स्वास्थ्य विभाग ने जिले में संचालित अवैध हॉस्पिटलों के विरुद्ध अभियान छेड़ा हुआ है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने जिले के चर्चित सर्जन डॉ0 पीयूष श्रीवास्तव पर धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराया है। निजी अस्पतालों के नोडल अधिकारी डॉ0 गुरु प्रसाद की तहरीर पर राबर्टसगंज कोतवाली पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 420 आईपीसी और इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की धारा 16 के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की इस कार्यवाही से अवैध रूप से संचालित हॉस्पिटल संचालकों में हड़कंप मच गया है।
क्षेत्र में कई अस्पताल अवैध रूप से संचालित हैं। गलत उपचार व अप्रशिक्षित हाथों से आपरेशन करने के कारण आए दिन मौतें हो रही हैं। शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी के निर्देश पर गत 10 जनवरी को उपजिलाधिकारी सदर रमेश कुमार और निजी चिकित्सालयों के नोडल अधिकारी डॉ0 गुरु प्रसाद ने बिजली विभाग कार्यालय के ठीक सामने स्थित बनारस पॉली क्लीनिक एवं बालाजी नेत्रालय में आकस्मिक छापा मारा। पूरे मामले की जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी डॉ0 गुरु प्रसाद ने बताया कि छापेमारी के दौरान बनारस पॉली क्लीनिक एवं बालाजी नेत्रालय में कई मरीजों का उपचार होता मिला, लेकिन मौके पर संचालक द्वारा हॉस्पिटल से संबंधित कोई भी वैध कागजात नहीं दिखाया गया, जिसके हॉस्पिटल को सीज कर दिया गया। वहीं जिलाधिकारी के निर्देश के बाद इस मामले में शनिवार की रात राबर्ट्सगंज कोतवाली में तहरीर देकर डॉ0 पीयूष श्रीवास्तव के खिलाफ धोखाधड़ी और इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की धारा के तहत एफआईआर दर्ज करा दी गई है।
बताते चलें कि विगत दिनों एक निजी अस्पताल में सर्जरी के दौरान एक महिला की मौत मामले में भी सर्जन डॉ0 पीयूष श्रीवास्तव के विरुद्ध रॉबर्ट्सगंज थाने में FIR दर्ज है, जिसकी जांच चल रही है।