जोशीमठ अपनी जगह से सालाना ढाई इंच खिसक रहा, घर ढह रहे, लोग बेघर हो रहे। वजह सरकारी प्रोजेक्ट। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की 8 जनवरी को घोषणा- ‘फिलहाल, सभी बड़े प्रोजेक्ट बंद कर दिए हैं।’
और सच… जोशीमठ से सिर्फ 3 किमी दूर सड़क बनाने के लिए कई जगह ड्रिलिंग जारी है।
पूछो तो किसी को कुछ पता ही नहीं
वहां की SDM कह रही हैं- ‘प्रोजेक्ट BRO, यानी बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन का है, सड़क बन रही है। ये देश के लिए जरूरी है।’ BRO के कर्नल कह रहे- ‘कोई प्रोजेक्ट चल ही नहीं रहा। सब रोक दिया है।’ वहां काम कर रही कंस्ट्रक्शन कंपनी कह रही- ‘काम बंद करने का कोई आदेश आया ही नहीं है। BRO का प्रोजेक्ट है, 2024 तक चलता रहेगा।‘
जोशीमठ से दिल्ली जाने वाले NH-7 पर 8 से 11 जनवरी के बीच मुझे तीन जगहों पर सड़क का काम होते दिखा। मशीनें चल रही थीं। ड्रिलिंग हो रही थी। कुछ ही दूर हिताची के दो बड़े एक्सकेवेटर, यानी ड्रिल और पत्थर क्रश करने वाली मशीनें पहाड़ों को काट रही थीं।
हमें काम रोकने के लिए किसी ने नहीं कहा: प्रोजेक्ट मैनेजर
9 जनवरी को मुझे जोशीमठ से करीब 3 किलोमीटर दूर सड़क चौड़ी करने के लिए ड्रिलिंग का काम होता नजर आया। काम कर रहे मजदूर से बात की तो उसने कहा- हमारा काम सड़क के किनारे के पहाड़ों को काटना, फिर उनमें छेद करके सरिया डालना है, जिससे पत्थर रोड पर ना गिरें। ये काम शिवबिल्टेक (SS कंस्ट्रक्शन) कर रही है।
SS कंस्ट्रक्शन के साइट ऑफिस में मेरी मुलाकात साइट इंजीनियर आशीष से हुई। उन्होंने बताया- मई-जून से ये काम चल रहा है। रोड की चौड़ाई 8 मीटर की जा रही है। थोड़ा और पता किया तो इस प्रोजेक्ट के मैनेजर बीएल टम्टा से बात हुई…
सवाल: मुख्यमंत्री ने तो जोशीमठ के सारे प्रोजेक्ट रोकने को कहा था, आपको किसी ने नहीं बताया?
बीएल टम्टा: NTPC से मारवाड़ी जाने वाली रोड का काम रोकने के लिए कहा था। इसके अलावा NTPC का हाइड्रो प्रोजेक्ट है, उसका काम रोकने का आदेश हुआ है। हम BRO के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। ये रोड को मजबूत करने का काम है। प्रोजेक्ट 2024 तक चलेगा।
सवाल: जोशीमठ में स्थिति खराब है, ऐसे में क्या ये काम भी नहीं रोका जाना चाहिए?
बीएल टम्टा: हम 6 मीटर के आसपास ड्रिल करते हैं और दीवार बनाने के लिए जाल लगाकर ड्रिलिंग रोक देते हैं। जोशीमठ के मेन मार्केट के इलाके में ही काम रोका गया है, हमें सरकार से ऐसा कोई आदेश नहीं मिला है।