कौन थी माया ? जिसे राजकीय सम्मान के साथ दी गई श्रद्धांजलि एवं अंतिम विदाई
यूं तो छोटी मोटी घटनाओं को पुलिस सुलझा लेती है । मगर क्राइम की बड़ी वारदात के समय जब पुलिस की थ्योरी फेल हो जाती है तो डॉग स्क्वाड की मदद ली जाती है । पुलिस विभाग में डॉग स्क्वाड की अहमियत किसी वर्दीधारी से कम नहीं होता । ऐसा ही मादा श्वान माया नाम की डॉगी मिर्जापुर पुलिस टीम में शामिल थी । कई बड़ी बड़ी घटनाओं का खुलासा करने में मददगार रही माया का शुक्रवार को लंबी बीमारी के बाद मृत्यु हो गयी । मादा श्वान माया की मृत्यु की खबर मिलने के बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गयी।