Sonbhadra News : जमीनी विवाद में युवक की गई जान, पुलिस की बड़ी चूक आयी सामने
पुलिस की शिथिलता व मामले को गंभीरता से न लेने की वजह से इलाके में दबंगों का मन किस तरह बढ़ा हुआ है आज की घटना ने न सिर्फ उजागर कर दिया बल्कि पुलिस के कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है ।

विलाप करते परिजन
sonbhadra
9:07 PM, June 15, 2025
शान्तनु कुमार/आनंद चौबे
★ यदि पुलिस मामले को गंभीरता से लेती तो नहीं बढ़ता मामला
★ पुलिस की चूक ने दबंगों का मन बढ़ाया
सोनभद्र । रावर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है । पुलिस की चूक के कारण एक युवक की जान चली गयी । पुलिस की शिथिलता व मामले को गंभीरता से न लेने की वजह से इलाके में दबंगों का मन किस तरह बढ़ा हुआ है आज की घटना ने न सिर्फ उजागर कर दिया बल्कि पुलिस के कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है ।
परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक एक विश्वा जमीन खरीद कर उस पर गुमटी लगाकर अपना जीविकोपार्जन चलाना चाहता था लेकिन एक निजी स्कूल के पास गुमटी होने की वजह से उस पर गुमटी हटाने का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा था । परिजनों की माने तो गत 8 जून क़ो रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के परासी पाण्डेय गाँव में चाय की गुमटी चलाने वाले सुरेश (32) पुत्र गणेश क़ो दबंगों ने डंडे और ग्राइंडर से मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। सुरेश ने दबंगों के विरुद्ध कोतवाली में तहरीर भी दिया था लेकिन पुलिस ने उस समय कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं किया बल्कि बिचौलिया सुलह समझौते का दबाव बनाने में लगे रहे। उसी समय से घायल सुरेश का जिला अस्पताल से इलाज चल रहा था और उसके हाँथ और सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे दर्द बना रहता था। परिजनों ने बताया कि रविवार दोपहर दबंग एक बार फिर घर पर घुस आए और गुमटी नहीं हटाने पर सुरेश को मारने पीटने लगे । ज़ब तक परिजन मौके पर पहुँचते दबंग मौके से फरार हो गए लेकिन उनके कुछ सामान वहीं छूट गए, जिसे परिजन अपने पास रख लिए । घटना के बाद परिजन आनन-फानन 108 नम्बर एम्बुलेंस से सुरेश क़ो घायलावस्था में लेकर जिला अस्पताल पहुँचे, जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सुरेश के मौत के बाद परिजनों में कोहराम हुआ है ।
वहीं मौके पर पहुँची लोढ़ी चौकी पुलिस ने शव क़ो कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चेरी में रखवा दिया है।
इस घटना के बाद बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि जब मामला इतना गम्भीर था तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज क्यों नहीं किया आखिर किस बात का इंतजार करती रही। पुलिस चाहती तो शनिवार को लगने वाले थाना दिवस पर दोनों पक्षों को बुलाकर मामले को सुलझा सकती थी । लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते इतनी बड़ी घटना घट गई ।