Sonbhadra News : पारंपरिक छठ गीत गाते हुए तालाबों व जलाशयों पर पहुंची महिलाएं,डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य
दुद्धी कस्बे के शिवाजी तालाब पर चैती छठ के तीसरे दिन श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। व्रतधारी महिलाएं पारंपरिक छठी गीत गाते हुए सायंकाल अपने घरों से तालाब की ओर निकलीं। उन्होंने डूबते सूर्य को अर्घ्य

शिवाजी तालाब पर छठ व्रत के लिए पहुंची महिलाएं
sonbhadra
8:49 PM, April 3, 2025
रमेश (संवाददाता )
दुद्धी, सोनभद्र। दुद्धी कस्बे के शिवाजी तालाब पर चैती छठ के तीसरे दिन श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। व्रतधारी महिलाएं पारंपरिक छठी गीत गाते हुए सायंकाल अपने घरों से तालाब की ओर निकलीं। उन्होंने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके बाद सिर पर सूप रखकर अपने घरों की ओर लौटीं।चैती छठ चार दिवसीय पर्व है। यह चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 1 से 4 अप्रैल तक चलेगा। यह पर्व बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से लोकप्रिय है।चैती छठ के चार दिनों में अलग-अलग अनुष्ठान होते हैं। पहले दिन 'नहाय-खाय' में व्रतधारी स्नान करके सात्विक भोजन करते हैं। दूसरे दिन 'खरना' में दिनभर उपवास रखकर शाम को गुड़-चावल का प्रसाद ग्रहण करते हैं। तीसरे दिन 'संध्या अर्घ्य' में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। चौथे दिन 'उषा अर्घ्य' के साथ व्रत का समापन होता है।मान्यता है कि इस व्रत से परिवार में सुख-समृद्धि आती है। संतान को लंबी उम्र का आशीर्वाद मिलता है। यह पर्व संयम और आत्म-नियंत्रण का संदेश देता है। शिवाजी तालाब पर भक्तों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जहां प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह अपने पुलिसकर्मियों के साथ शिवाजी तालाब पर मौजूद थे।



