Sonbhadra News : अघोषित बिजली कटौती ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, सत्ता से लेकर विपक्षी दल खामोश
यह सोनभद्र का दुर्भाग्य रहा है कि जहां से बिजली उत्पादन होकर कई राज्य रौशन हो रहा है, उसी जनपद के लोग आज भी 24 घण्टे बिजली के लिए तरस रहे हैं।

बिजली कटौती के बाद रावर्ट्सगंज नगर में पसरा अंधेरा
sonbhadra
12:58 PM, May 18, 2025
शान्तनु कुमार
★ सरकार के सारे दावे फेल
★ बिजली विभाग के अधिकारी सिर्फ राजस्व बढ़ाने में जुटे
सोनभद्र । यह सोनभद्र का दुर्भाग्य रहा है कि जहां से बिजली उत्पादन होकर कई राज्य रौशन हो रहा है, उसी जनपद के लोग आज भी 24 घण्टे बिजली के लिए तरस रहे हैं। गर्मी शुरू होते ही सरकार की सारी तैयारियां व दावे सामने आ गए । क्या दिन और क्या रात, अघोषित बिजली कटौती ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है । इन दिनों बिजली विभाग के अधिकारी सिर्फ एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं कि ज्यादे से ज्यादे राजस्व कैसे प्राप्त किया जाय । इसके लिए अधिकारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। ताकि बिजली विभाग प्राइवेट होने से बच सके । बिजली बिल को लेकर अधिकारियों का मैसेज लगातार आ रहा है कि आप समय पर भुगतान कर दें अन्यथा आपकी बिजली काट दी जाएगी । लेकिन अधिकारियों का मैसेज इस बात को लेकर कभी नहीं आया कि आखिर अघोषित बिजली कटौती के पीछे क्या कारण है और कब तक उपभोक्तओं को बिजली कटौती से निजात मिल सकेगा ।
मजे की बात यह है कि सोनभद्र में चुनाव चाहे प्रधानी का हो या फिर विधायक व सांसद का, चुनावी घोषणा में 24 घण्टे बिजली देने का वादा जनप्रतिधि जरूर करते हैं । लेकिन चुनाव खत्म होते ही मुद्दा व वादा भुला दिया जाता है । पूरे जिले को छोड़िए जिस मुख्यालय पर सभी अधिकारी हों और जनप्रतिधि हों वहां बिजली की लचर व्यवस्था यह साफ करती है कि यहां आम लोगों के लिए किसी के पास कोई सोच नहीं है। भले ही सरकार बजट आम लोगों के लिए आम बजट पेश करती है। लेकिन क्या बजट का लाभ आम लोगों तक पहुंच पाता है, यह एक बड़ा सवाल है ।
फिलहाल 42.4 द8डिग्री में भी अधिकारी व जनप्रतिनिधि तो सरकारी सुख भोग रहे हैं लेकिन विपक्ष की खामोशी भी अब लोगों को खटकने लगा है कि छोटे-छोटे मुद्दे पर प्रदर्शन करने वाले विपक्ष आखिर क्यों चुप्पी साध रखे हैं।
अब देखने वाली बात यह है कि जब सत्ताधारी के साथ विपक्ष खामोश है तो क्या जनता खुद आवाज बुलंद करेगी...।