Sonbhadra News : समय सीमा बीतने के बाद भी उभ्भा में नहीं बन सका राजकीय आवासीय विद्यालय
पांच साल पहले गोलियाें की तड़तड़ाहट से गूंजने वाला उभ्भा आज बेशक शांत है, लेकिन पीड़ितों के जख्म अभी भरे नहीं हैं। सरकार ने उन्हें मुआवजे के तौर पर जमीन का पट्टा और आर्थिक सहायता तो दी, मगर गांव के...

जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर यादव....
sonbhadra
8:30 AM, April 10, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । पांच साल पहले गोलियाें की तड़तड़ाहट से गूंजने वाला उभ्भा आज बेशक शांत है, लेकिन पीड़ितों के जख्म अभी भरे नहीं हैं। सरकार ने उन्हें मुआवजे के तौर पर जमीन का पट्टा और आर्थिक सहायता तो दी, मगर गांव के विकास को लेकर किया गया वादा अभी पूरा नहीं हो पाया है। घोरावल ब्लॉक के उभ्भा गांव में राजकीय आश्रम पद्धति (जयनारायण सर्वोदय) बालिका विद्यालय अधूरा है, विद्यालय का निर्माण कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा होना था लेकिन आज तक विद्यालय का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। वहीं अब कार्यदायी संस्था यूपी सीडको की ओर से दिसंबर 2025 तक निर्माण कार्य पूरा किए जाने का दावा किया जा रहा है। वहीं 7 मार्च क़ो घोरावल विधायक डॉ0 अनिल मौर्या ने निर्माणाधीन विद्यालय का निरीक्षण कर कार्यदायी संस्था क़ो फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द बिल्डिंग हैंडओवर करने का निर्देश दिया था।
उभ्भा गांव में करीब 39 करोड़ की लागत से 490 क्षमता का आश्रम पद्धति विद्यालय का निर्माण कराया जा रहा है। अनुसूचित जाति की छात्राओं के लिए इस विद्यालय का निर्माण कराया जा रहा है। प्रारंभिक किस्त के रूप में कार्यदायी संस्था यूपीसीडको को पिछले साल मार्च से पहले 10 करोड़ रुपये शासन से मिल गए थे। कार्यदायी संस्था की तरफ से मार्च माह में टेंडर की प्रक्रिया पूरी कराते हुए विद्यालय भवन का निर्माण शुरू करा दिया गया था। विद्यालय का निर्माण कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा किया जाना का दावां किया जा रहा था। तय समय बीत गया, मगर अभी तक 70 फीसदी भी काम पूरा नहीं किया जा सका है। जबकि तय समय में विद्यालय का निर्माण कार्य काम पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था को पूर्व में कई बार पत्राचार किया जा चुका है ताकि नए शिक्षण सत्र 2025 से कक्षा छठवीं से आठवीं तक की पढ़ाई शुरू कराई जा सके। बावजूद इसके कोई फर्क नहीं पड़ा। अब दिसंबर 2025 तक काम पूरा किया किए जाने का दावा है।
जिले में अभी अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं के पढ़ने के लिए चार राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय स्थापित किए गए हैं। इसका संचालन समाज कल्याण विभाग की तरफ से कराया जाता है, इसमें दुद्धी, गुरमुरा और घोरावल में अनुसूचित जाति के बालकों का विद्यालय है, जबकि उरमौरा (रॉबर्ट्सगंज) स्थित आश्रम पद्धति विद्यालय में अनुसूचित जाति की छात्राएं पढ़ाई करती हैं। उभ्भा में अनुसूचित जाति का पांचवां राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय खोला जा रहा है। इस विद्यालय में अनुसूचित जाति की छात्राएं पढ़ाई करेंगी। यह जनपद का दूसरा अनुसूचित जाति की छात्राओं के लिए आश्रम पद्धति विद्यालय होगा।
वहीं समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर यादव ने बताया कि "कार्यदायी संस्था यूपी सीडको से बिल्डिंग हैंडओवर करने के लिए पत्राचार किया गया है। जैसे ही बिल्डिंग हैंडओवर की प्रक्रिया पुरी हो जाएगी, विद्यालय संचालन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।"