Sonbhadra News : श्रावण मास के चौथे सोमवारी पर शिवालयों में उमड़ा भक्तों का सैलाब
अंतिम सोमवारी पर भगवान शिव को जलार्पण के लिए अलसुबह से ही भक्तों की भीड़ लगने लगी

सोनभद्र
8:50 PM, August 4, 2025
धर्मेन्द्र गुप्ता (संवाददाता)
विंढमगंज (सोनभद्र)। आज श्रावण मास के चौथे सोमवारी पर क्षेत्र के बिभिन्न शिवालयों में आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा।
पौ फटते ही महिलाओं का हुजूम शिवालयों की ओर जलार्पण हेतु बढ़ने लगा जो देर शाम तक चलता रहा।बड़ी संख्या में महिला पुरुष भगवान शिव का जलाभिषेक कर लोक मंगल की कामना हेतु भगवान शिव से प्रार्थना की।
इसके अलावा कस्बे के शिव पहाड़ी स्थित शिव मन्दिर,गोरखेश्वर मन्दिर,शनिचर बाजार स्थित शिव मन्दिर,रेघडा मन्दिर में शिव भक्तों की भीड़ देखी गयी।
कनहर-ठेमा के संगम स्थल से जल भरकर शिवभक्तों का जस्था डीजे की धुन पर नाचते गाते शिव पहाड़ी शिव मंदिर, सिधेश्वर मंदिर, शनिचर बाजार स्थित शिव मंदिर पर भगवान भोलेनाथ को जलार्पण किया।
इस मौके पर ग्राम प्रधान महुली अरविन्द जायसवाल के सौजन्य से शिवभक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। नवयुवक सेवा संघ समिति का एक दल शिवभक्तों की सेवा में लगा रहा।
इस अवसर पर नन्दलाल गुप्ता, देवेन्द्र यादव,विकास कुमार कन्नौजिया, आनन्द प्रकाश,अभिषेक कन्नौजिया, विशाल कुमार सहित युवाओं की टोली जलयात्रा में मौजूद रही।
मासों में उत्तम मास है सावन का महीना-
पुराणों के अनुसार सावन के महीने को सभी मासों में उत्तम माना गया है।और तो और भगवान शिव की पूजा के लिए इस महीने की महिमा का अत्यधिक महत्व है। सावन के महीने को एक त्योहार की तरह मनाया जाता है जिसे लोग सदियों से निभाते चले आ रहे हैं।श्रावण मास में ही वर्षा ऋतु का प्रारंभ माना जाता है। इस ऋतु में धार्मिक अनुष्ठानों का भी बिशेष महत्व है । इस महीने में भिन्न-भिन्न तरीकों से पूजा अर्चना की जाती है ।
भगवान शिव का अति प्रिय महीना है सावन-
मान्यता के अनुसार सावन का महीना भगवान शिव का अति प्रिय महीना होता है।कहा जाता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए पूरे सावन महीने में कठोर तपस्या किया जिससे भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न हुए और माता पार्वती को अपनी भार्या स्वीकार किया। उसके बाद भगवान शिव द्वारा माता पार्वती को अमरत्व की कथा सुनाई थी।इसलिए भगवान शिव को श्रावण का यह महीना अत्यंत प्रिय हैं।