Sonbhadra News : सदर तहसील में अजब-गजब कारनामे को लेकर लोग ही नहीं अधिकारी भी हैरान, पढ़िए रिपोर्ट
इन दिनों राबर्ट्सगंज सदर तहसील अपने कारनामों व घटनाओं को लेकर लगातार चर्चाओं में है । अजब-गजब कारनामों को लेकर लोग ही नहीं अधिकारी भी हैरान हैं ।

फाइल फोटो .
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12:32 PM, April 19, 2025
शान्तनु कुमार
सोनभद्र । इन दिनों राबर्ट्सगंज सदर तहसील अपने कारनामों व घटनाओं को लेकर लगातार चर्चाओं में है । अजब-गजब कारनामों को लेकर लोग ही नहीं अधिकारी भी हैरान हैं ।
दरअसल हाल के दिनों में शाम को राबर्ट्सगंज तहसील की छत पर आग से कई दस्तावेज जल गए । लोगों ने आग के धुएं का गुबार देखा तो पुलिस को सूचित किया । जिसके बाद पुलिस ने फायरब्रिगेड को बुला लिया । फायर के अधिकारी दमकल की गाड़ी लेकर तहसील पहुंच गए लेकिन नीचे चैनल गेट पर ताला लगा हुआ था । बड़ी मशक्कत में बाद जब ताला खोलकर फायर अधिकारी अपने स्टाफ के साथ ऊपर पहुंचे तो दो लोग छत से कूदकर भागते नजर आए । उसके बाद किसी प्रकार आग पर काबू पाया गया लेकिन फायर अधिकारी का कहना था कि आग की लपट में कई सरकारी दातावेज जल गए । हालांकि तहसीलदार ने इसे रद्दी बताया था । ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर रद्दी ऊपर क्या कर रहा था और फिर आग कैसे लगी ? इस पर एक बड़ा सवाल अभी भी बना हुआ है । आखिर सबसे अहम सवाल यह है कि वे दो लोग कौन थे जो फायर अधिकारी को देखकर छत से कूद कर भागने में सफल रहे, क्या उनकी पहचान हो पाएगी । यह सारे सवाल लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है । हालांकि जिलाधिकारी ने पूरे मामले पर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं।जो एडीएम (फाइनेंस) करेंगे । अभी प्रशासन द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि यदि कोई आगजनी की घटना को लेकर कोई बयान देना चाहता है तो वह ऑफिस समय में आकर अपना बयान दर्ज कर सकता है । अब ऐसे में जो महत्वपूर्ण बयान फायर अधिकारी का है वह दर्ज होना चाहिए । साथ ही मामले की गुत्थी तभी सुलझेगी जब फरार दो व्यक्ति पकड़े जाएंगे जो आगजनिक की घटना के समय छत से कूद कर भागने में सफल रहे । हालांकि तहसील में इस तरह की घटना कोई पहला मामला नहीं है लेकिन छत पर इस तरह के दस्तावेजों का जल जाना और फिर मौके से दो लोगों का फरार होना पूरे मामले पर संदेह जता रहा है।
वहीं एक दूसरी घटना भी इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है । दरअसल जमीन मामले में दो पक्षों में से एक पक्ष ने एसडीएम न्यायालय में दरखास्त दिया कि वह अपना केस आपके कोर्ट में ट्रांसफर करना चाहता है क्योंकि उनका मुकदमा तहसीलदार कोर्ट में चल रहा है जहां से उसे न्याय मिलने की उम्मीद नहीं लग रही है । इस आवेदन पर एसडीएम ने तहसीलदार न्यायालय से जानकारी मांगी तो आख्या/रिपोर्ट भेजी गई कि पत्रावली आदेश के लिए सुरक्षित है लेकिन जब पत्रावली एसडीएम के सामने पहुंचा तो पता चला कि उसमें आख्या देने के पूर्व की तिथि में निर्णय पारित किया जा चुका है। यह देख एसडीएम सदर का पारा चढ़ गया । एसडीएम द्वारा इसको गंभीरता से लेते हुए जहां तहसीलदार और उनके पेशकार से जवाब तलब किया गया है। एसडीएम ने यहां तक लिख दिया कि क्यों न उनके खिलाफ एडवर्स इंट्री (प्रतिकूल प्रविष्टि) की कार्रवाई की जाए.. । इसको लेकर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए कहा गया ।
एसडीएम सदर के इस पत्र के बाद पूरे तहसील में हड़कम्प मचा हुआ है। लेकिन इस मामले में यह साफ हो गया कि यदि आप सक्षम या फिर अधिकारी के अच्छे संपर्क में हैं तो फैसला कुछ भी हो लेकिन आएगा आपके पक्ष में । फिलहाल अब देखने वाली बात यह है कि इस मामले में एसडीएम क्या कार्यवाही करते है ।
कुल मिलाकर राबर्ट्सगंज तहसील की दो घटनाओं ने पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिया है लेकिन जांच में क्या निकल कर सामने आता है, यह महत्वपूर्ण है ।