Sonbhadra News : जुगैल में टावर लगने के वावजूद नेटवर्क की समस्या, ग्रामीण निराश
लोगों को उम्मीद थी कि इस टावर से उनकी वर्षों पुरानी नेटवर्क समस्या खत्म हो जाएगी, लेकिन बीएसएनएल का सिम लेने के बाद भी उन्हें पहले जैसी ही चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

नेटवर्क की समस्या से परेशान लोग
sonbhadra
4:39 PM, May 20, 2025
घनश्याम पांडेय/रविन्द्र पाठक (संवाददाता)
जुगैल (सोनभद्र) । जिले के जुगैल क्षेत्र में सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल (BSNL) द्वारा मोबाइल टावर लगाए जाने के बावजूद ग्रामीणों में भारी निराशा है। लोगों को उम्मीद थी कि इस टावर से उनकी वर्षों पुरानी नेटवर्क समस्या खत्म हो जाएगी, लेकिन बीएसएनएल का सिम लेने के बाद भी उन्हें पहले जैसी ही चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात ये हैं कि आज भी ग्रामीण फोन पर बात करने के लिए ऊंची पहाड़ियों या पेड़ों पर चढ़ने को मजबूर हैं।ग्रामीणों का कहना है कि जब जुगैल क्षेत्र में बीएसएनएल का टावर लगने की खबर आई, तो उनमें खुशी की लहर दौड़ गई थी। उन्हें लगा कि अब वे भी डिजिटल दुनिया से जुड़ पाएंगे और अपने करीबियों से आसानी से बात कर सकेंगे। लेकिन यह खुशी चंद दिनों की ही साबित हुई। बीएसएनएल का सिम लेने के बाद उन्हें पता चला कि नेटवर्क की समस्या जस की तस बनी हुई है। ग्रामीणों का दर्द है कि सरकार द्वारा लाखों रुपये खर्च कर नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध कराने के बावजूद, उन्हें संतोषजनक परिणाम नहीं मिल रहे हैं।बीएसएनएल के टावर के लिए दावा किया गया था कि इसका फ्रीक्वेंसी एरिया लगभग 4 किलोमीटर तक होगा, लेकिन यह दावा भी जुगैल क्षेत्र में खोखला साबित हो रहा है। ग्रामीणों की शिकायत है कि टावर के बिल्कुल समीप होने के बावजूद भी उन्हें नेटवर्क नहीं मिल पाता। यह स्थिति उनके लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि बुनियादी संचार सुविधा भी उन्हें नसीब नहीं हो पा रही है।इस गंभीर समस्या को लेकर जुगैल के ग्रामीणों ने सरकार और बीएसएनएल प्रशासन से जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की मांग की है। उनका कहना है कि या तो टावर को इस तरह से दुरुस्त किया जाए कि वह ठीक से काम करे, या फिर कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाए जिससे उन्हें सही मायने में संचार सुविधा मिल सके। यह घटना ग्रामीण भारत में डिजिटल खाई की एक कड़वी सच्चाई को दर्शाती है, जहां तकनीक पहुंचाने के बावजूद उसका लाभ आम जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है।