Sonbhadra News : बढ़ी गर्मी तो हिंसक होने लगे कुत्ते, हर रोज हो रहे 30-40 लोग शिकार
गर्मी लगातार तल्ख होती जा रही है। इसका असर मानव जीवन पर तो पड़ने लगा ही है साथ में कुत्ते कुछ ज्यादा प्रभावित नजर आने लगे हैं। वह गर्मी से हिंसक हो कर लोगों को काट कर घायल कर दे रहे हैं। कुत्तों के....

sonbhadra
7:07 PM, May 4, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । गर्मी लगातार तल्ख होती जा रही है। इसका असर मानव जीवन पर तो पड़ने लगा ही है साथ में कुत्ते कुछ ज्यादा प्रभावित नजर आने लगे हैं। वह गर्मी से हिंसक हो कर लोगों को काट कर घायल कर दे रहे हैं। कुत्तों के हिंसक होने से लोगों में दहशत का माहौल है। प्रशासन व निकाय प्रशासन की ओर से न तो स्ट्रीट डॉग पकड़ने के लिए कोई व्यवस्था है और ना ही उनके नसबन्दी को लेकर अभियान चलाया जाता है, इससे उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है।
जिला प्रशासन व नगर निकाय कुत्ता पकड़ने को लेकर नहीं है संजीदा -
जिले में कुत्ते खूंखार होते जा रहे है। शहर से लेकर गांवों के गली मोहल्लों मं कुत्तों का आंतक बढता जा रहा है। जिला अस्पताल में कुत्ते कांटने के इंजेक्शन वाले काउंटर पर हर रोज मरीजों की भीड़ लगी रहती है। जिला अस्ताल में रेबीज के इजेक्शन के आंकड़े बयां कर रहे हैं कि जिलेभर में कुत्ते हर रोज 35 से 40 लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर रहे हैं। रॉबर्ट्सगंज नगर का एक भी वार्ड ऐसा नहीं होगा, जहां पर बड़ी संख्या में स्ट्रीट डॉग की फौज मौजूद न हो। सुबह से शाम तक वह वार्डों धमाचौकड़ी करते हैं। कुत्तों का झुंड दिखने पर लोग बच्चों को घरों से बाहर नहीं निकलने देते हैं। बड़े लोग भी सामने से गुजरने से कतराते हैं। ऐसी ही स्थिति जिले के लगभग सभी निकायों व ग्रामीण क्षेत्रों की है जहां कुत्ते बहुतायत नजर आते हैं। जिला प्रशासन हो या नगर निकाय कोई भी कुत्तों को पकड़ने के प्रति संजीदा नहीं है और ना ही इनके नसबंदी को लेकर कभी कोई अभियान ही चलाया जाता है। इसका नतीजा है कि उनकी संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है।
हर दिन कुत्ते बना रहे लोगों को अपना शिकार -
सीएमओ डॉ0 अश्वनी कुमार ने बताया कि "गर्मियों के दिनों में कुत्तों में कोर्टिसोल हार्मोन तेजी से बढने लगते है, जिस कारण कुत्ते असामान्य व्यवहार करने लगते है। जिस कारण मई माह में जिला के सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन 30-40 लोगों को कुत्ता काटे के इंजेक्शन लगाए जा रहे है। कुत्ता काटने पर घाव को साबुन और पानी से साफ करें। घाव पर एंटीबायोटिक क्रीम लगाएं। देसी दवाओं व जड़ी बूटियों के चक्कर में न पड़ें। पीड़ित को तत्काल डॉक्टर के पास लेकर जाएं। सबसे पहले टिटनस का इंजेक्शन जरूर लगवाएं।"
गर्मी के कारण कुत्तों में बढ़ रहा है चिड़चिड़ापन - CVO
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0अजय कुमार मिश्रा कहते हैं कि "टेंपरेचर बढ़ने के साथ जानवरों का बिहेवियर चेंज हो जाता है। बाहर घूमने वाले कुत्ता, बिल्ली और अदर जानवरों को गर्मियों में पानी और भोजन की सुविधाएं नहीं होती हैं। इससे वे आक्रामक हो जाते हैं। पालतू की तुलना में बाहर घूमने वाले अधिक खतरनाक हो जाते हैं। अधिक गर्मी से उनमें भूख, प्यास के कारण चिढ़चिढ़ापन बढ़ रहा है। जानवरों के काटने पर तत्काल पानी से धुले और अस्पताल पहुंचकर रेबीज इंजेक्शन लगवाएं।"
क्या करें, क्या ना करें -
यदि कोई कुत्ता आप के पास और वह पट्टे से न बंधा तो हिले नहीं। कुत्तों को न डराएं और न ही परेशान करें। कुत्ते के पास धीरे-धीरे और शांति से जाएं।यदि कोई कुत्ता काट ले तो तुरंत घाव को साबुन से बहते पानी में 15 मिनट तक धोएं और निकटतम अस्पताल में संपर्क करें।
नगर पालिका के पास कुत्ता पकड़ने के लिए नहीं है कोई प्रशिक्षित कर्मचारी -
वहीं नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी विजय कुमार यादव ने बताया कि "नगर पालिका के पास कोई भी प्रशिक्षित कर्मचारी नहीं होने के कारण कुत्ता पकड़ने में दिक्क़त होती है। इसके लिए नगर पालिका की तरफ से कोटेशन भी जारी किया गया है लेकिन अभी तक किसी भी फर्म ने इसमें दिलचस्पी नहीं दिखायी है साथ ही संयुक्त अभियान चलाने के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को पत्राचार भी किया गया है।"



